डूबी फसलों का मुआवजा दे सरकार
धान के कटोरे में अतिवृष्टि व गंगा में आई बाढ़ से धान व बाजरा की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। इससे किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। उक्त बातें गुरुवार को पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने जागरण से बातचीत में कही। कहा कि गड़ई चंद्रप्रभा व कर्मनाशा नदियों के पानी से स्थानीय किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। अत्यधिक पानी से उपज में
जासं, चंदौली : धान के कटोरे में अतिवृष्टि व गंगा में आई बाढ़ से धान व बाजरा की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। इससे किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। उक्त बातें गुरुवार को पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने जागरण से बातचीत में कही।
कहा कि गड़ई, चंद्रप्रभा व कर्मनाशा नदियों के पानी से स्थानीय किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। अत्यधिक पानी से उपज में पइया निकलने की संभावना बढ़ गई है। बावजूद इसके किसानों की क्षतिपूर्ति को न तो सरकार संवेदनशील है और ना ही जिला प्रशासन रुचि ले रहा है। बारिश से गरीबों के कच्चे मकान गिर गए लेकिन प्रशासन राहत के नाम पर केवल कागजी कोरम पूर्ति कर रहा है। मांग किया कि सरकार पानी से डूबी फसल का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दे ताकि आर्थिक संकट से जूझ रहे किसानों को राहत मिल सके। वहीं गरीबों को आवास की व्यवस्था कराई जाय।