अच्छे कर्मों से ही होती है सुख की प्राप्ति
जासं, चहनियां (चंदौली) : कैलावर गांव में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के चौथे दिन शनिवार को श्री लक्ष
जासं, चहनियां (चंदौली) : कैलावर गांव में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के चौथे दिन शनिवार को श्री लक्ष्मी प्रपंन्नाचार्य जीयर स्वामी ने भागवत कथा का रसपान कराया। कहा जातक के कर्मों का फल सुख और दुख के रूप में प्राप्त होता है। जिस प्रकार चाहने के बाद भी दुख हमारा पीछा नहीं छोड़ता। ठीक उसी प्रकार से हम नहीं भी कामना करेंगे तो हमारा सुख और आनंद हमारे पास रहेगा। जैसे दुख आने के बाद हम सुख के लिए प्रयास नहीं करते हैं। उसी प्रकार सुख के लिए भी हमें निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। हमें कर्तव्य व कर्म को अच्छा करना चाहिए।
महाराज ने कहा लज्जा ही राष्ट्र की संस्कृति है। जहां लज्जा नहीं रहती है वहां सब कुछ रहने के बाद भी कुछ रहने का औचित्य ही नहीं बनता। लज्जा मानव की गरिमा है। अगर इसे संस्कृति से हटा दिया जाए तो पशु और मनुष्य में कोई अंतर हीं नहीं रह रह जाएगा। उन्होंने कहा लोग विवाह से पहले ही पत्नी के साथ फोटो खिचवा कर भेज देते हैं। मनुष्य को गरिमा और लज्जा (शर्म) का ख्याल रखना चाहिए। यहीं कारण है कि हम संस्कृति को भूल जाने के कारण सभी साधन रहने के बाद भी हम निराश हैं। बोले मन, वाणी, शरीर से भक्तिपूर्वक परमात्मा का ध्यान करते हुए उनके नाम गुण, लीला, धाम इन चारों की जो उपासना करता है। वहीं श्रेष्ठ माना जाता है। सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, मीडिया प्रभारी स्वामी अखिलेश महाराज, स्वामी मारुती किकर महराज, स्वामी रत्नेश, स्वामी बैकुंठ महराज, जिला पंचायत सदस्य अनिल कुमार सिंह यादव, ग्राम प्रधान लल्लन सिंह, रंगनाथ सिंह कुटिल, राणा प्रताप यादव, विकास यादव, शम्भु यादव, कमलेश विश्वकर्मा, संतोष यादव, सहित हजारों लोग मौजूद रहे।