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इलाज के दौरान बच्ची की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

नगर के लाट दो स्थित एक निजी हास्पिटल में रविवार की सुबह 11 बजे इलाज के दौरान डेढ़ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। शहाबगंज क्षेत्र निवासी परिवार के लोगों ने शनिवार की शाम बिच्छू के डंक मारने पर बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया था। चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही और गुमराह करने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस पहुंची तो प्रबंधक के खिलाफ तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की। घरवाले मृत बच्ची के पोस्टमार्टम के लिए भी तैयार नहीं थे। इसको लेकर पुलि

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Sep 2019 06:02 PM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 06:02 PM (IST)
इलाज के दौरान बच्ची की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
इलाज के दौरान बच्ची की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : नगर के लाट दो स्थित एक निजी हास्पिटल में रविवार की सुबह 11 बजे इलाज के दौरान डेढ़ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। शहाबगंज क्षेत्र निवासी परिवार के लोगों ने शनिवार की शाम बिच्छू के डंक मारने पर बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया था। चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही और गुमराह करने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस पहुंची तो प्रबंधक के खिलाफ तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की। घरवाले मृत बच्ची के पोस्टमार्टम के लिए भी तैयार नहीं थे। इसको लेकर पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई। अंत में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पीड़ित पक्ष को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

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शहाबगंज के अमाव निवासी राजकुमार की पत्नी चंदा अपनी पुत्रियों डेढ़ वर्षीय सृष्टि और तीन माह की दुधमुंही बच्ची के साथ कुछ दिनों से समीप के ही मायके करनौल में रह रही थी। शनिवार को अपराह्न तकरीबन तीन बजे खेलते समय सृष्टि को बिच्छू ने डंक मार दिया। मायके वाले उसे लेकर शहाबजंग के निजी अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने दूसरे चिकित्सालय में जाने की सलाह दी। जिला चिकित्सालय गए तो यहां भी डाक्टरों ने जवाब दे दिया। अंत में रात को नगर स्थित एक निजी हास्पिटल में बच्ची को भर्ती कराया। इलाज के दौरान हालत में सुधार नहीं हुआ। परिजनों का आरोप कि रात में बच्ची की तबीयत बिगड़ी लेकिन चिकित्सकों ने कुछ साफ नहीं बताया। कहते रहे कि चिता की कोई बात नहीं ठीक हो जाएगी। रविवार को बच्ची दुरुस्त नहीं दिखी तो घरवाले चिकित्सकों से मिले और छुट्टी करने की बात कही ताकि वाराणसी में इलाज करवा सकें। लेकिन डाक्टरों ने कहा कि 72 घंटे और रखना होगा हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। इसी बीच सुबह 11 बजे बच्ची की मौत हो गई। नाराज परिवार वाले और रिश्तेदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। इलाज में लापरवाही और गुमराह करने का आरोप लगाया। पुलिस को प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई को तहरीर दी। कोतवाल शिवानंद मिश्रा ने बताया कि प्रबंधक के खिलाफ तहरीर मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं चिकित्सालय प्रबंधक डा. लक्ष्मीशंकर यादव ने कहा इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है। बिच्छू के डंक मारने की स्थिति में हर्ट अटैक की आशंका रहती है। बच्ची की मौत भी इसी वजह से हुई है।


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