स्पीट ट्रायल को घोसवर-वैशाली रेलखंड तैयार
पूर्व मध्य रेल द्वारा नई लाइन दोहरीकरण आमान परिवर्तन सहित अन्य सभी परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा पर पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। विभागाध्यक्षों के साथ महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी निर्माण परियोजनाओं की प्रगति की स्वयं मानिटरिग कर रहे हैं।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : संरक्षा आयुक्त रेलवे कोलकाता के निरीक्षण के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल द्वारा नई लाइन, दोहरीकरण, आमान परिवर्तन सहित अन्य सभी परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा पर पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। विभागाध्यक्षों के साथ महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी निर्माण परियोजनाओं की प्रगति की स्वयं मानिटरिग कर रहे। परियोजनाओं की प्रगति का ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। इस रेलखंड पर 17 मार्च से इंजन, ट्रेनों की स्पीड ट्रायल प्रारंभ किया गया है।
जीएम हाजीपुर ने कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिए हैं। 528.65 करोड़ की लागत से 148.5 किलोमीटर लंबे हाजीपुर-सगौली नई रेल लाइन परियोजना की स्वीकृति वर्ष 2003-04 में मिली थी। वर्तमान में इस परियोजना की अनुमानित संशोधित लागत जनवरी 2019 में 2066.78 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए। कार्य को पूरा करने के लिए चार खंडों में बांटा गया। प्रथम चरण में हाजीपुर से घोसवर तक (5.5 किलोमीटर) का कार्य चार दिसंबर 2016 तक पूरा कर लिया गया था। दूसरे चरण में घोसवर से वैशाली तक (30 किलोमीटर) का कार्य पूरा हुआ। तीसरे चरण में वैशाली से देवरिया तक (30 किलोमीटर) और चौथे चरण में देवरिया से सगौली तक (83 किलोमीटर) का कार्य प्रगति पर है। घोसवर से वैशाली के बीच हरौली फतेहपुर, घटारो, लालगंज एवं वैशाली स्टेशन का निर्माण किया गया है। इस रेलखंड पर कुल 46 लघु पुलों, एक आरओबी एवं 61 आरयूबी का निर्माण किया गया है।