प्लास्टिक मुक्त गांव में कूड़े का अंबार, परेशानी
गांव को प्लास्टिक मुक्त बनाने की कवायद तमाम प्रयास के बाद भी सफल नहीं हो पाई। हजारों रूपये गवाने के बाद भी गांव के लोगों में जागरूकता का अभाव बना हुआ है। नतीजा यह है कि प्लास्टिक से मुक्त हो चुके गांव में कूड़े का अम्बार लगा हुआ है। जो व्यवस्था को मुंह चिढ़ाता नजर आ रहा है। नगर समेत गांव को
जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : गांव को प्लास्टिक मुक्त बनाने की कवायद तमाम प्रयास के बाद भी सफल नहीं हो पाई। हजारों रुपये खर्च करने के बाद भी गांव के लोगों में जागरूकता का अभाव है। नतीजा प्लास्टिक से मुक्त हो चुके गांव में कूड़े का अम्बार लगा है। जो व्यवस्था को मुंह चिढ़ाता नजर आ रहा है।
नगर समेत गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से छह माह पूर्व हेतिमपुर व शिकारगंज गांव का चयन किया गया। अभियान चलाकर गांव को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया गया। युद्ध स्तर पर सफाई की गई। लेकिन चंद दिनों बाद ही गांव के प्रमुख स्थलों पर कूड़े का ढेर लग गया। प्लास्टिक का उपयोग दुकानदार सहित आमजन करने लगे। हेतिमपुर गांव स्थित बाबा जागेश्वरनाथ धाम परिसर में कूड़ा जहां तहां पड़ा है। कई बार दर्शनार्थियों ने एडीओ पंचायत से शिकायत की लेकिन कूड़े का ढेर नहीं हटाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि सफाई कर्मी नियमित नहीं आते। सफाई अभियान के दौरान ट्रैक्टर ट्राली लगाकर कूड़ा हटाने के बजाय समतल कर दिया जाता है। इसकी सफाई नियमित ढंग से नहीं हो पाती। हेतिमपुर चट्टी चौराहे पर दुकानदार खुलेआम प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं। इन पर प्रशासन का कोई अंकुश नहीं है।