हेलमेट न लगाने के आरोप में चार पहिया चालक का किया चालान
ई-चालान प्रणाली से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों में कार्रवाई का भय बढ़ा है। जबकि इसमें गड़बड़ी का खामियाजा कुछ बेगुनाहों को भी भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला पीडीडीयू नगर कोतवाली क्षेत्र का है। कोतवाली पुलिस ने कामर्शियल वाहन चालक का हेलमेट न लगाने के आरोप में चालान कर दिया।
जागरण संवाददाता, चंदौली : ई-चालान प्रणाली से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों में कार्रवाई का भय बढ़ा है। जबकि इसमें गड़बड़ी का खामियाजा कुछ बेगुनाहों को भी भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला पीडीडीयू नगर कोतवाली क्षेत्र का है। कोतवाली पुलिस ने कामर्शियल वाहन चालक का हेलमेट न लगाने के आरोप में चालान कर दिया। साथ ही 500 रुपये जुर्माना भी ठोक दिया। यातायात विभाग की नोटिस मिलने के बाद भुक्तभोगी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। चूक सामने आने के बाद महकमे में खलबली मची है। गड़बड़ी को सुधारने के लिए माथापच्ची की जा रही।
पीडीडीयू नगर कोतवाली में तैनात एसआई धनराज सिंह ने 15 दिसंबर की शाम छह बजे पड़ाव-रामनगर मार्ग पर कटरियां गांव के समीप वाहन का ई-चालान किया था। ई-चालान में वाहन का नंबर यूपी 65 एटी 0045 दर्शाया गया है। जबकि ई-चालान में बाइक की फोटो दिख रही है। पुलिसकर्मी की ओर से ई-चालान में वाहन नंबर अंकित करने में भारी चूक की गई। बाइक का नंबर दर्ज करने की बजाए कामर्शियल वाहन का नंबर दर्ज किया गया। उक्त वाहन श्री सिरडी इंडेन गैस एजेंसी बजरंग नगर लोहता वाराणसी के नाम से पंजीकृत है। यातायात विभाग के कर्मी भी इस चूक को नहीं पकड़ पाए और वाहन स्वामी सुधींद्र मिश्रा को नोटिस भेज दी। इससे वाहन स्वामी हैरत में हैं। उनका कहना रहा कि ई-चालान में दर्ज नंबर चार पहिया वाहन का है। चालान में जिस बाइक की फोटो दिख रही है उसके नंबर प्लेट पर एटी के स्थान पर सीए लिखा दिख रहा है। शेष नंबर स्पष्ट नहीं है। भुक्तभोगी को अब पुलिसकर्मियों की इस चूक का खामियाजा भुगतना पड़ रहा। गलत ई-चालान से छुटकारा पाने के लिए दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं। मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग के अधिकारियों में खलबली मची है। सीओ यातायात नीरज सिंह व यातायात निरीक्षक इसको लेकर स्पष्ट रूप से कुछ भी कहने से बच रहे। बोले, मामले की जांच कराने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर चूक कहां से हुई।
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वर्जन :
एटी सीरीज के नंबर सिर्फ चार पहिया व्यावसायिक वाहन व ट्रकों के लिए ही आवंटित किए जाते हैं। बाइक के लिए किसी भी हाल में यह नंबर आवंटित नहीं किया जा सकता है।
विजय प्रकाश सिंह, एआरटीओ