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बोरिग के लिए अन्नदाताओं को मिलेगा अनुदान, खेतों की होगी भरपूर सिचाई

वनगावां (चंदौली) कृषि प्रधान जनपद के अन्नदाताओं के खेतों की सिचाई अब पंपसेट व निजी नलकूप से होगी। इसके लिए लघु सिचाई विभाग ने योजना चलाई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Jan 2022 04:13 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jan 2022 04:13 PM (IST)
बोरिग के लिए अन्नदाताओं को मिलेगा अनुदान, खेतों की होगी भरपूर सिचाई
बोरिग के लिए अन्नदाताओं को मिलेगा अनुदान, खेतों की होगी भरपूर सिचाई

जागरण संवाददाता, वनगावां (चंदौली): कृषि प्रधान जनपद के अन्नदाताओं के खेतों की सिचाई अब पंपसेट व निजी नलकूप से होगी। इसके लिए लघु सिचाई विभाग ने योजना चलाई है। योजना के तहत अन्नदाता पंपसेट व निजी नलकूप लगवाना चाह रहे हैं और उसमें आने वाले खर्च को लेकर चितित हैं तो निश्चित हो जाएं। लघु सिचाई विभाग आइए, अनुदान का लाभ उठाकर बोरिग कराइए, पंपसेट या फिर मिनी नलकूप लगवाइए..स्लोगन से लघु सिचाई विभाग किसानों को जागरूक कर रहा। इसमें कृषि विभाग की ओर से लाभार्थियों की मदद की जाएगी। शासन ने निश्शुल्क बोरिग योजना की शुरुआत की है।

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दरअसल, गहरी व मध्यम बोरिग कराने के लक्ष्य साथ ही बोरिग व विद्युत कनेक्शन पर आने वाले खर्च में अनुदान राशि भी तय कर दी है। विभाग की ओर से आवेदन लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। विभाग बोरिग तो निश्शुल्क करेगा ही पंप सेट के लिए पाइप, मोटर आदि खरीदने को कृषि विभाग से छूट मिलेगी। निश्शुल्क बोरिग योजना में नलकूप लगाने के लिए गहरी बोरिग कराने पर बोरिग पर आने वाली कुल लागत लगभग चार लाख रुपये के सापेक्ष 1.70 लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसमें 92 हजार रुपये बोरिग पर अनुदान मिलेगा तो 10 हजार रुपये काली पाइप क्रय करने व 68 हजार रुपये विद्युत कनेक्शन लेने पर अनुदान हासिल होगा। इसी तरह मध्यम बोरिग पर आने वाले कुल लागत तीन लाख के सापेक्ष 1.53 लाख रुपये अनुदान हासिल होगा। इसमें 75 हजार रुपये बोरिग पर तो 10 हजार रुपये काली पाइप व 68 हजार रुपये बिजली कनेक्शन पर अनुदान तय किया गया है। बोरिग पर अनुदान का लाभ बोरिग पर प्रयुक्त होने वाले सामान, पाइप व अन्य सामान के रूप में दिया जाएगा। अनुदान राशि का पैसा नकद देने की व्यवस्था नहीं हैं। योजना से अन्नदाताओं को फसलों की सिचाई के लिए नहर के पानी इंतजार नहीं करना होगा। बोरिग कराने के बाद उनके खेतों की भरपूर सिचाई होगी।

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वर्जन-

''''शासन ने लक्ष्य तय कर दिया है। किसानों से निश्शुल्क बोरिग योजना के तहत आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन मिलने के बाद किसानों का चयन किया जाएगा।''''

- एलपी वर्मा, अवर अभियंता, लघु सिचाई।


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