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जिले में टिड्डी दल के प्रवेश की आशंका गहराई, महकमा अलर्ट

कृषि प्रधान जनपद में टिड्डी दल के प्रवेश की आशंका गहराने लगी है। सोनभद्र से नौगढ़ इलाके से होते हुए टिड्डी दल जिले की सीमा में प्रवेश कर सकता है। ऐसे में कृषि विभाग व जिला प्रशासन ने नौगढ़ से चकिया के बीच ऊंची पहाड़ियों में ही इन्हें रोकने की योजना बनाई है। इसको लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 04:49 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 04:49 PM (IST)
जिले में टिड्डी दल के प्रवेश की आशंका गहराई, महकमा अलर्ट
जिले में टिड्डी दल के प्रवेश की आशंका गहराई, महकमा अलर्ट

जागरण संवाददाता, चंदौली : कृषि प्रधान जनपद में टिड्डी दल के प्रवेश की आशंका गहराने लगी है। सोनभद्र से नौगढ़ इलाके से होते हुए टिड्डी दल जिले की सीमा में प्रवेश कर सकता है। ऐसे में कृषि विभाग व जिला प्रशासन ने नौगढ़ से चकिया के बीच ऊंची पहाड़ियों में ही इन्हें रोकने की योजना बनाई है। इसको लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा। साथ ही आधा दर्जन से अधिक फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मुस्तैद कर दिया गया है। ताकि दवा का छिड़काव कर टिड्डियों को खत्म किया जा सके।

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टिड्डी दल ने पड़ोसी जनपद सोनभद्र में धावा बोल दिया है। किसानों की फसल को अपना निवाला बना रहे हैं। ऐसे में चंदौली प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि हवा के रुख के अनुसार टिड्डी दल अपनी दिशा तय करेगा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि दो जून को दक्षिण और पूर्व दिशा की ओर से तेज हवा चलेगी। हवा के साथ टिड्डी दल नौगढ़ इलाके से होते हुए जिले की सीमा में प्रवेश कर सकता है। ऐसे में सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है। सीडीओ के नेतृत्व में गठित आपदा राहत दल सक्रिय हो गया है। कृषि विभाग के आला अधिकारी नौगढ़ क्षेत्र का रोजाना भ्रमण कर रहे हैं। साथ ही स्थानीय अधिकारियों-कर्मचारियों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाड़ियां चकिया और नौगढ़ इलाकों में जगह-जगह तैनात हैं। विभाग की योजना है कि नौगढ़ और चकिया के बीच पहाड़ी इलाके में ही दवा का छिड़काव कर व शोर मचाकर टिड्डी दल को रोक दिया जाए। ताकि मैदानी इलाके इनके प्रकोप से सुरक्षित रहें।

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हरी पत्तियों वाली फसलों की करें निगरानी

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार हरी पत्तियों वाली फसलें टिड्डी दल का निवाला बन सकती हैं। ऐसे में सब्जी, मूंग, ज्वार, बाजारा के साथ ही धान की नर्सरी की किसान सही ढंग से देखभाल करें। टिड्डी दल दिखाई देने पर टिन के डिब्बे, थाली आदि बजाकर शोर मचाए। शोर सुनकर टिड्डी दल भाग जाएगा।

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वर्जन

हवा के रुख के साथ टिड्डी दल का जिले की सीमा में प्रवेश हो सकता है। दो जून को दक्षिण और पूर्व दिशा से हवा चलने का पूर्वानुमान है। ऐसे में सतर्कता बरती जा रही है। नौगढ़ और चकिया के बीच पहाड़ी इलाके में टिड्डी दल को रोकने की योजना बनाई गई है।

अमित जायसवाल, कृषि उपनिदेशक


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