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फसल अवशेष न जलाएं किसान, करें जैविक खेती

ब्लाक परिसर में सोमवार को कृषि विभाग द्वारा रबी गोष्ठी व कृषि निवेश मेला का आयोजन किया गया किसानों को रबी की फसलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कीट पतंगों से बचाव व खरपतवार के निजात सहित जैविक उर्वरक का प्रयोग करने की विधि बताई गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 08:52 PM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 06:07 AM (IST)
फसल अवशेष न जलाएं किसान, करें जैविक खेती
फसल अवशेष न जलाएं किसान, करें जैविक खेती

जासं, नौगढ़ (चंदौली) : ब्लाक परिसर में सोमवार को कृषि विभाग की ओर से रबी गोष्ठी व कृषि निवेश मेला का आयोजन किया गया। किसानों को रबी की फसलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कीट पतंगों से बचाव व खरपतवार के निजात सहित जैविक उर्वरक का प्रयोग करने की विधि बताई गई।

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मेले का शुभारंभ उप परियोजना निदेशक सूर श्याम सिंह ने किया। किसानों को राई, सरसों, चना, मटर, मसूर,गन्ना, टमाटर, शिमला मिर्च ,गेहूं, अरहर, आलू, आम, कद्दू की सब्जियां, उर्द, मूंग, भिडी, सूरजमुखी की खेती करने के तरीके सुझाए। जैविक विधि से खेती करने का आह्वान किया। कहा राई ,सरसों में आरा मक्खी, चना मटर मसूर में कटुआ कीट लगते हैं। गेहूं में बीज जनित रोग, गन्ने में दीमक कीट, टमाटर में झुलसा कीट लगने की प्रबल संभावना रहती है। इनके बचाव के लिए किसानों को दवा के छिड़काव की जानकारी दी। किसानों को फसल अवशेष नहीं जलाने की सलाह दी गई। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए फसल चक्र, कम लागत में उत्पाद ज्यादा के साथ पशुपालन, उद्यान , मत्स्य पालन करने की नसीहत दी। राहुल मिश्र, कमलेश कुमार, सूबेदार, मुनीब राम, सुखदेव, रमेश, शांति पाल, रामलाल केशरी आदि किसान मौजूद थे।


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