किसान व अन्य संगठनों ने जुलूस निकालकर तहसीलों पर दिया धरना
जागरण संवाददाता चकिया (चंदौली) अखिल भारतीय किसान सभा व अन्य संगठनों ने शनिवार को नगर में जुलूस निकाला और राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक उप जिलाधिकारी को सौंपा। गांधी पार्क से काली पोखरा व सहदुल्लापुर तिराहा होते हुए एसडीएम कार्यालय तक नारेबाजी कर पहुंचे और धरना दिया।
जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) :अखिल भारतीय किसान सभा व अन्य संगठनों ने शनिवार को नगर में जुलूस निकाला और राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक उप जिलाधिकारी को सौंपा। गांधी पार्क से काली पोखरा व सहदुल्लापुर तिराहा होते हुए एसडीएम कार्यालय तक नारेबाजी कर पहुंचे और धरना दिया।
किसान नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जब देश अर्थव्यवस्था ठप हो गई, तब भी किसान ने ही अपनी जान की परवाह किए बिना रिकार्ड उत्पादन किया। खाद्यान्न के भंडार खाली नहीं होने दिए लेकिन इसके बदले सरकार ने तीन ऐसे कृषि कानून दिए जो बर्बाद कर देंगे। पराली जलाने पर दंड और बिजली कानून के मसौदे की तलवार लटका दी गई। सुखदेव मिश्रा, राम अचल यादव, अनिल पासवान, परमानंद मौर्य, लालचंद एडवोकेट, नारायण बिद, लालमणि विश्वकर्मा, विजयी राम आदि मौजूद थे। अध्यक्षता रामनिवास पांडेय, संचालन शंभूनाथ यादव ने किया।
नियामताबाद प्रतिनिधि के अनुसार संयुक्त किसान संघर्ष समिति के खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ के तहत कार्यकर्ताओं ने मुगलसराय तहसील के समक्ष प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति को संबोधित नौ सूत्रीय मांग पत्र एसडीएम को सौंपा। जनवादी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष गुलाब चंद ने कहा तीनों कृषि कानून को समाप्त करने व एमएसपी पर ठोस कानून बनाने तक किसानों की लड़ाई जारी रहेगी। आज बेरोजगारी सिर्फ नौजवानों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देशवासियों के समक्ष है। धरने में कृषि कानून समाप्त करने, आयकर के दायरे से बाहर सभी परिवारों को साढ़े सात हजार रुपया प्रतिमाह देने, पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, खाद्य पदार्थों की बेतहाशा वृद्धि पर रोक लगाने, उत्तर प्रदेश बिजली कानून 2020 वापस लेने तक जनसंघर्ष को मजबूत करने का आह्वान किया गया। जोखू बिद, जलेंधर, बुधिराम, रामदुलार, कन्हैया यादव, विजयी मौर्य, श्यामप्यारी देवी आदि मौजूद थीं।