खेल के क्षेत्र में सुविधाओं का टोटा
जनपद चंदौली पर केंद्र व राज्य सरकारों की विशेष निगाह होने के बावजूद यहां खिलाड़ियों को सुविधाएं मुहैया नही होना खलता है। जबकि यहां के कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर जनपद का नाम रौशन किया है। ऐसे में खेल व खिलाड़ियों की अनदेखी जिम्मेदारजनों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है।
जासं,सकलडीहा(चंदौली): जिले पर केंद्र व राज्य सरकारों की विशेष निगाह होने के बावजूद यहां खिलाड़ियों को सुविधाएं मुहैया नहीं होना खलता है। यहां के कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर जनपद का नाम रोशन किया है। ऐसे में खेल व खिलाड़ियों की अनदेखी जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है।
जनपद सृजन के दो दशक बाद भी खिलाड़ियों को अपेक्षित सुविधाएं मुहैया नहीं हैं। अभ्यास को स्टेडियम का न होना बेहद खलता है। जानकारी के मुताबिक एथलीट के लिए महिला व पुरुष कोच उपलब्ध नहीं हैं। सौ से ज्यादा खिलाड़ी सही दिशा-निर्देश न मिलने के कारण अपना बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। भाला प्रक्षेप में सुमन यादव,गोला प्रक्षेप में रणविजय ¨सह,धनंजय राय,सौरभ, लम्बी कूद में संजय राय व ड्रैगन नौकायन में अभय ¨सह,आर्चरी में राहुल कुमार, अभिषेक ¨सह, गजेंद्र पांडेय व चाकबाल में राजेंद्र प्रताप ¨सह जैसे खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय एशियाड व ओलिम्पिक प्रतिस्पर्धाओं में जनपद का नाम रोशन किया है। जिले में कुछ ऐसे ग्राउंड हैं, जिनपर ध्यान दिया जाए तो खिलाड़ियों की मुश्किल आसान हो सकती है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों में ²ढ़ इच्छाशक्ति का होना आवश्यक है। हालांकि नेहरू युवा केन्द्र व युवा कल्याण विभाग समय-समय पर ब्लॉक, जनपद व प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित कर खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। जिला क्रीड़ा अधिकारी चंदन यादव ने बताया कि महेंद्र टेक्निकल कालेज के मैदान पर फुटबॉल और वालीबॉल का नियमित प्रशिक्षण दिया जाता है। हालांकि, जनपद में खिलाड़ियों को विशेष सुविधाएं न मिलने की बात उन्हें भी खलती है।