आरक्षण कराने के बाद भी धक्का खा रहे रेल यात्री
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : हर क्षेत्र में अपना कीíतमान स्थापित करने में सफल साबित होने वाले मुगलस
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : हर क्षेत्र में अपना कीíतमान स्थापित करने में सफल साबित होने वाले मुगलसराय मंडल के पीडीडीयू जंक्शन पर रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। तूफान एक्सप्रेस ट्रेन का आंशिक समापन कर दिए जाने के कारण यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ट्रेन 18 अक्टूबर तक पीडीडीयू जंक्शन तक ही चलेगी। आगे की यात्रा करने के लिए यात्रियों को दूसरी ट्रेनों का सहारा लेना पड़ रहा है। स्थिति यह कि आरक्षण कराएं यात्रियों को जनरल बोगी में धक्के खाने पड़ रहे हैं। मथुरा, आगरा, दिल्ली, श्रीगंगानगर तक यात्रा करने वाले यात्री ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। इस दुर्व्यवस्था से जहां यात्री परेशान हो गए हैं, वहीं उनके जेब पर भी असर पड़ रहा है।
हावड़ा से श्रीगंगा नगर जाने वाली 13007 तूफान एक्सप्रेस ट्रेन को चार सितंबर से 18 अक्टूबर तक के लिए आंशिक समापन किया गया है। ट्रेन हावड़ा से चलकर पीडीडीयू जंक्शन तक ही चल रही है। इसके बाद इस ट्रेन के यात्रियों को दूसरे ट्रेनों से आगे की यात्रा करनी पड़ रही है। ट्रेन से आगरा, दिल्ली, मथुरा, गंगानगर तक की यात्रा करने वाले यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ट्रेन के आंशिक समापन होने की जानकारी से यात्रियों को नहीं है। यात्री हावड़ा से यात्रा करते हुए जब जंक्शन पर पहुंचते हैं और यहां ट्रेन के निरस्त होने की सूचना होती है तो यात्री सन्न रह जाते हैं।
रोजाना एक हजार यात्री इस समस्या से दो चार हो रहे हैं। आगे की यात्रा करनी की जुगत में यात्री लग जा रहे हैं। यात्रियों का आरोप कि ट्रेन के निरस्त होने के बाद यात्रियों को पैसा लौटाया जाना चाहिए लेकिन रेलवे द्वारा यात्रियों के टिकट पर किसी अन्य ट्रेन से यात्रा करने के लिए मुहर लगा दिया जा रहा है। इससे उन्हें खड़े होकर ही यात्रा करनी पड़ रही है। रेलवे के इस फैसले से खासकर बुजुर्गो, दिव्यांगों, मरीजों, गर्भवती महिलाओं व बच्चों को जलालत झेलनी पड़ रही है। आरक्षण कराए यात्रियों की फजीहत
तूफान एक्सप्रेस ट्रेन में आरक्षण कराकर यात्रा करने वाले यात्रियों की फजीहत हो जा रही है। जंक्शन पर उतरने के बाद आगे का सफर किसी तरह करने को विवश हैं। रिजर्वेशन का टिकट लिए यात्री जनरल कोच में सफर करने को विवश हो रहे हैं। रेलवे की इस दुर्व्यवस्था से यात्रियों में आक्रोश है।