चुनाव से ईवीएम हटाने, गरीबों पर अत्याचार के विरोध में बक्रामो का धरना
बहुजन क्रांति मोर्चा ने रविवार को जिला मुख्यालय पर विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया। केंद्र सरकार पर मतदान में ईवीएम के जरिए अनियमितता का आरोप लगाया। निष्पक्ष मतदान के समर्थन में ईवीएम का विरोध जारी रखने का ऐलान किया।
जागरण संवाददाता, चंदौली/सकलडीहा : बहुजन क्रांति मोर्चा ने रविवार को जिला मुख्यालय पर विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया। केंद्र सरकार पर मतदान में ईवीएम के जरिए अनियमितता का आरोप लगाया। निष्पक्ष मतदान के समर्थन में ईवीएम का विरोध जारी रखने का ऐलान किया।
वक्ताओं ने कहा कि ईवीएम में छेड़छाड़ की शिकायतें अक्सर आ रही हैं। सभी राजनीतिक दलों की ओर से इसको लेकर आपत्ति भी दर्ज कराई। सर्वोच्च न्यायालय ने भी सरकार को इस पर विचार करने को निर्देशित किया लेकिन सरकार राजनीतिक दलों की दलीलों को दरकिनार कर मनमाने ढंग से चुनाव कराने पर आमादा है। प्रदेश सरकार में एससी-एसटी वर्ग के लोगों व गरीबों पर लगातार अत्याचार हो रहा है। जबकि शासन-प्रशासन मूकदर्शक बना है। पुलिस अत्याचारियों पर कार्रवाई की बजाए पीड़ितों को जेल भेजने का काम कर रही है। इस दौरान अशोक कुमार गौतम, लालबहादुर नागवंशी, रामचंद्र पाल, चंद्रकांत गौतम, बृजेश, बाढ़ू प्रसाद मौर्य, श्रीमान भारती, हिमांचल आदि शामिल रहे।
सकलडीहा में बहुजन मुक्ति मोर्चा कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर धरना दिया। कहा मोर्चा के लोगों ने केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर गिरफ्तारी दी। तहसील प्रशासन ने पत्रक लेकर उन्हें छोड़ दिया।
बहुजन मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पूरे देश में लोकतंत्र और संविधान के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है। ईवीएम मशीन से होने वाले चुनाव का विरोध किया। एससी एसटी, ओबीसी, घुमंतू जनजातियों और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर होने वाले शोषण एवं निजीकरण का विरोध किया। इस दौरान धर्मेन्द्र कुमार, रामबली, बाबूलाल लोहार, जितेन्द्र राही, गिरजा प्रसाद, जितेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र यादव, कमलेश यादव, मनोरमा मौर्या, संजय राठौर, राधिका देवी, बृजबाला व नरोत्तम सहित अन्य उपस्थित थे।