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मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से अब मंडराने लगा डेंगू का खतरा

जागरण संवाददाता चंदौली कोरोना के साथ डेंगू और खतरनाक है। प्रदेश के कई जिलों में को

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 08:58 PM (IST)Updated: Sun, 01 Nov 2020 08:58 PM (IST)
मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से अब मंडराने लगा डेंगू का खतरा
मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से अब मंडराने लगा डेंगू का खतरा

जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना के साथ डेंगू और खतरनाक है। प्रदेश के कई जिलों में कोरोना के साथ डेंगू से ग्रसित मरीज पहुंचने लगे हैं। ऐसे में अतिपिछड़े जिले में भी खतरा मंडराने लगा है। हालांकि जिले में अभी तक कोई मरीज नहीं मिला है। लेकिन यदि कोई मरीज मिला, तो इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। सबसे अधिक दिक्कत ब्लड बैंक में सीमित सुविधाओं की वजह से होती है। मरीजों को वाराणसी व दूसरे जिलों में रेफर करना पड़ता है।

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चिकित्सकों के अनुसार, कोरोना का वायरस फेफड़े और हृदय को प्रभावित करता है। जबकि डेंगू का वायरस रक्त कोशिकाओं को क्षति पहुंचाता है। इससे मरीज की हालत दिनों दिन खराब होती जाती है। इलाज कर उसे बचाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। मलेरिया विभाग ने संक्रमण काल में जिले में डेंगू के एक भी मरीज को भी चिह्नित नहीं किया है। जिला मलेरिया अधिकारी जेपी सोनकर ने बताया कि इधर छह माह में डेंगू का एक भी मरीज नहीं मिला है। मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल व चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय में डेंगू मरीजों के इलाज के लिए 10-10 बेड का अलग वार्ड बनाया गया है। लेकिन ब्लड बैंक में रक्त से प्लेटलेट अलग करने की सुविधा न होने की वजह से मरीजों के इलाज में परेशानी होती है। प्लेटलेट कम होने पर चिकित्सक मरीजों को मजबूरन वाराणसी रेफर कर देते हैं।

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इन बातों का रखें ध्यान :

- घरों के आसपास पानी न इकट्ठा होने दें।

- पूरी बांह के कपड़े पहनें ताकि शरीर ढंका रहे।

- मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।

- बुखार आने पर पैरासिटामाल दवा का सेवन करें।

- चक्कर और उल्टी होने पर अस्पताल में भर्ती हो जाएं।

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यह है खतरनाक स्थिति :

- हाथ-पैर व शरीर में लाल-पीले चकत्ते पड़ना।

- शरीर के किसी हिस्से में ब्लीडिग शुरू होना।

- खून की उल्टी होना, बेहोशी की स्थिति।

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वर्जन :

'लगातार तीन दिन तक बुखार, सर्दी होने पर लापरवाही न बरतें, बल्कि तत्काल चिकित्सक को दिखाकर कोरोना अथवा डेंगू की जांच कराए। दोहरे वायरस का प्रकोप कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों के लिए घातक साबित होगा। समय से जांच व इलाज शुरू होने पर मरीजों की हालत में सुधार होगा।

डा. संजय कुमार, वरिष्ठ चिकित्सक जिला अस्पताल


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