हाइवे से काल बनकर गुजरते हैं वाहन
-रात में नोएंट्री खत्म होते ही चालकों में शहर पार करने की मचती है होड़ -बाजार से गुज
-रात में नोएंट्री खत्म होते ही चालकों में शहर पार करने की मचती है होड़
-बाजार से गुजरने की गति निर्धारित हो हादसों पर लग सकता है अंकुश
जागरण संवाददाता, मुगलसराय : नगर के एक युवक की हादसे में हुई मौत को लोग भुला नहीं सके थे कि दूसरी घटना हो गई। हादसों में जान गंवाने वाले दोनों ही युवक जिले के ही है। लाजिमी है कि मौतों पर लोगों के आंसू निकलना। हालांकि हादसों के पीछे बड़े वाहनों के चालकों की लापरवाही ही अहम रूप में उभर कर सामने आई है। दरअसल, नो एंट्री में फंसे वाहन चालक 12 बजे के इंतजार के बाद रफ्तार पकड़ते हैं, तो उन्हें सिर्फ मंजिल ही नजर आती है। मुगलसराय शहर में सुबह नौ बजे ही नो एंट्री लग जाती है। जिसके बाद बड़े वाहनों को रात में नौ बजे तक शहर से गुजरे हाईवे के रास्ते जाने की अनुमति मिल पाती है। वाहनों की गति को लेकर दिशा निर्देश जारी न होने के कारण चालकों में रफ्तार की होड़ सी मच जाती है। कमोबेश छोटे वाहनों पर भी यही कायदा लागू होता है। देव दीपावली वाले दिन ही जीटी रोड पर परमार कटरा से कुछ कदम आगे मस्तलाज गली के समीप रात में वाहन की चपेट में आने से एक किशोर की मौत हो गई थी। किशोर रात में किसी कार्यक्रम में प्रसाद बनाकर लौट रहा था। तेज रफ्तार वाहन उसके सिर से गुजर गया था। बमुश्किल एक सप्ताह ही हुआ होगा जब दूसरे युवक को अपनी जान गंवानी पड़ गई। अकाल मौतों की बढ़ती तादाद से नाराज लोगों ने रात के समय तेज रफ्तार से वाहन चलाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
बुझ गया चिराग, बच्चे चिल्ला रहे पापा लौट आओ
चंदौली : थाना क्षेत्र के भतीजा मोड़ के समीप जीटी रोड पर सोमवार की सुबह करीब 10 बजे काल बने कंटेनर ने एक परिवार के घर का चिराग बुझा दिया। जानकारी के मुताबिक हादसे में मृत बाइक सवार जय प्रकाश ¨सह उर्फ नितिन इकलौता पुत्र था। उसकी मौत की खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। हादसे में गंभीर रूप जख्मी अधेड़ उम्र मां मुनौता देवी खुद अस्पताल में ¨जदगी के लिए मौत से संघर्ष कर रही है। उसे तो पता नहीं कि उसके जिगर का टुकड़ा दुनिया से सदा के लिए जा चुका है। घटना की सूचना रिश्तेदारों एवं शुभ¨चतकों को मिलते ही भारी संख्या में लोग पोस्टमार्टम हाउस चंदौली पहुंच गए। रिश्तेदारों ने ही बताया कि जय प्रकाश अपने पिता के इकलौते पुत्र थे । उनके भाई संतोष ¨सह मिर्जापुर में पुलिस विभाग में सीओ के पद पर तैनात है। पुलिस मशक्कत के बाद भी कंटेनर बरामद नहीं कर सकी थी। मृतक जयप्रकाश के बच्चे बच्चे हैं, जो पिता की मौत की खबर पर बिलखते उन्हें लौट आने को कह रहे थे।