मनमानी : अधिक दाम पर बिक रहे पेय पदार्थ, ग्राहकों की जेब पर डाका
प्रतिदिन हजारों रुपये की अवैध कमाई कर दुकानदार अपनी तिजोरी भर रहे। वे शीतल पेयजल के नाम पर ग्राहकों से एमआरपी से ज्यादा पैसा वसूल रहे। अगर विरोध करते हैं तो कोई आप का साथ नहीं देगा। बल्कि सभी आप को ही ट्रोल करने लगेंगे। परेशानी से बचने को कोई विरोध नहीं करता और
जागरण संवाददाता, पड़ाव (चंदौली) : प्रतिदिन हजारों रुपये की अवैध कमाई कर दुकानदार अपनी तिजोरी भर रहे। वे शीतल पेयजल के नाम पर ग्राहकों से एमआरपी से ज्यादा पैसा वसूल रहे। अगर विरोध करते हैं तो कोई आप का साथ नहीं देगा। बल्कि सभी आप को ही ट्रोल करने लगेंगे। परेशानी से बचने को कोई विरोध नहीं करता और दुकानदारों का मन बढ़ा है। गर्मी के दिनों में शीतल पेय की मांग बढ़ गई है। ऐसे में दुकानदारों की ठंडे पेय बेचने पर चांदी हो रही है। ग्राहकों द्वारा अधिक दाम न देने पर दुकानदार कई बहाने बता रहे। जब ग्राहकों द्वारा एमआरपी से अधिक रुपये वसूलने का कारण पूछा जाता है तो दुकानदार ठंडा करने का चार्ज बताते हैं। ऐसे में दस रुपये की छोटी बोतल के 12 से 15 रुपये बिक रही।
सूरज की तपिश बढ़ने के साथ पेय पदार्थ की मांग ज्यादा है। इसमें शीतल पेय पदार्थो की मांग सबसे अधिक है। लेकिन शीतल पेय पदार्थ बेचने वाले दुकानदार कोल्ड ड्रिक को ठंडा करने के नाम पर ग्राहकों से अतिरिक्त पैसे वसूल रहे। अधिक पैसा वसूलने को लेकर ग्राहकों व दुकानदारों के बीच तकझक होती होती है। जिस कोल्ड ड्रिक का मूल्य 10 रुपये निर्धारित है, उसे दुकानदार 12-15 रुपये ठंडा करने के नाम पर बेच रहे हैं। बड़ी बोतल जिसका एमआरपी 75 रुपये है, उसे 85 रुपये तक बेचा जा रहा। क्षेत्रीय लोगों का कहना है पेय पदार्थ बनाने वाली ब्रांडेड कंपनियां सिर्फ उत्पाद बेचने की जिम्मेदारी तक सीमित हैं लेकिन उनके उत्पाद को दुकानदार ब्लैक में बेच रहे। एक दुकानदार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कंपनी ने मूल्य तो निर्धारित कर दिया पर फ्रिज के लिए बिजली, बर्फ का अतिरिक्त खर्च पेय पदार्थ के साथ लिया जाता है।
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