प्रधान व हेडमास्टर की तनातनी में तीन दिन से नहीं बना एमडीएम
ें मिड-डे-मील योजना में कमीशन खोरी रुक नहीं रही। प्रधान एवं शिक्षकों में आए दिन इसे लेकर विवाद की नौबत उत्पन्न हो जा रही है। ताजा मामला विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय बड़ौरा का है, जहां प्रधानाध्यापक व प्रधान के बीच तनातनी के चलते तीन दिनों तक एमडीएम का क्रियान्वयन नहीं हो सका। इससे पढ़ाई पूरी करने के बाद नौनिहाल खाली पेट घर लौट रहे थे।
जासं, शहाबगंज (चंदौली) : मिड-डे-मील योजना में कमीशनखोरी शीर्ष पर है। इससे प्रधान एवं शिक्षकों में आए दिन विवाद हो रहा। ताजा मामला ब्लाक क्षेत्र के बड़ौरा प्राथमिक विद्यालय का है। प्रधानाध्यापक व प्रधान के बीच तनातनी के चलते तीन दिन से एमडीएम नहीं बना। बच्चे पढ़ाई पूरी करने के बाद खाली पेट ही घर लौट रहे।
अभिभावकों की शिकायत पर गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाशचंद्र यादव विद्यालय पहुंच गए। उन्होंने प्रधानाध्यापक से एमडीएम के बारे में जानकारी ली। प्रधानाध्यापक ने बताया प्रधान द्वारा खाद्यान्न उपलब्ध न कराने से भोजन नहीं बन रहा। रजिस्टर में अधिक बच्चों की उपस्थिति दिखाने को भी दबाव बनाते। इस पर बीईओ ने ग्राम प्रधान को मौके पर बुलाकर बात की। बीईओ के हस्तक्षेप के बाद मतभेद दूर हुआ। इसके बाद स्कूल में एमडीएम बनना शुरू हुआ। उन्होंने नियमित एमडीएम बनवाने की हिदायत दी। कहा भोजन नहीं बनने की स्थिति में तत्काल बीआरसी व संकुल प्रभारी को सूचित करें। संकुल प्रभारी मुसाफिर ¨सह, सुजीत पटेल आदि उपस्थित थे।