एक दशक से बिजली से नहीं जले बल्ब
विकास खंड के पांच में तीन सरकारी अस्पतालों की 10 वर्ष से बिजली गायब हैं ।जिससे बत्ती तो गुल है ही । अन्य कार्यों में भी बाधा आती हैं ।
जागरण संवाददाता बरहनी (चंदौली) : यह खबर आपके लिए चौंकाने वाली होगी लेकिन है सोलह आना सच..। विकास खंड के पांच में तीन सरकारी अस्पताल एक दशक से विद्युत कनेक्शन विहीन है। बिजली न होने से विभिन्न कार्यों में बाधाएं आती हैं। हालांकि, आपात काल में जेनरेटर, इंवर्टर से जरूर काम चलाया जाता है। सेहत के क्षेत्र में बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार के लिए हालात आईना दिखाने वाले हैं। ब्लाक क्षेत्र के अमड़ा, ओयरचक, बरहनी में संयुक्त चिकित्सालय हैं। इन अस्पतालों में हजारों की आबादी इलाज कराने को पहुंचती है। जानकारी के मुताबिक अमड़ा, ओयरचक में सरकारी अस्पताल बने एक दशक से ज्यादा का वक्त गुजर गया। इस दौरान यहां बिजली कनेक्शन लेने की जरूरत नहीं समझी गई। बरहनी अस्पताल में कनेक्शन था लेकिन 2008 के बाद यहां भी बिजली से बल्ब नहीं जले। जानकारी के मुताबिक 2010 में सैयदराजा-जमानिया मार्ग एनएच 97 बना तो सड़क किनारे खड़े खंभे टूट गए। बिजली विभाग के लोग ट्रांसफार्मर ले गये। उसके बाद से सौर ऊर्जा, जेनरेटर से काम चलाया जाता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमड़ा का हाल दिलचस्प है। यहां से चंद कदम की दूरी पर (पावर हाउस) होने के बावजूद कनेक्शन नहीं हो पाया। 24 बेड का अस्पताल इंवर्टर या ढिबरी के सहारे चल रहा। नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैयदराजा व पई में कनेक्शन है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ब्लाक बरहनी डा. रितेश कुमार ने शुक्रवार को जिला अधिकारी, सीएमओ को पत्र देकर बिजली व्यवस्था दुरुस्त कराने की मांग उठाई है।