नृत्य ऐसा कि हर कोई बोल उठता, वाह नटराज
आनंद ज्योति पाल की स्कै¨टग और कत्थक नृत्य का हर कोई दीवाना। दोनों क्षेत्रों में जब भी वह मंच पर उतरा दर्शकों ने तालियां बजाकर उसका स्वागत किया और पुरस्कार से नवाजा। अपनी प्रतिभा के बूते प्रतियोगिताओं में वह कई इनाम पा चुका। उसकी कला पर विद्यालय प्रशासन बड़ाई करने से नहीं चूकता वहीं हरदम शिक्षकों का उसके लिए खुला आशीर्वाद रहता है। जी हां यह छात्र है पीडीडीयू नगर पालिका इंटर कालेज का। कक्षा दस में पढ़ने वाले इस छात्र में गजब की प्रतिभा है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : आनंद ज्योति पाल की स्कै¨टग और कत्थक नृत्य का हर कोई दीवाना। दोनों क्षेत्रों में जब भी वह मंच पर उतरा दर्शकों ने तालियां बजाकर उसका स्वागत किया और पुरस्कार से नवाजा। अपनी प्रतिभा के बूते प्रतियोगिताओं में वह कई इनाम पा चुका है। उसकी कला पर विद्यालय प्रशासन बड़ाई करने से नहीं चूकता वहीं हरदम शिक्षकों का उसके लिए खुला आशीर्वाद रहता है। जी हां यह छात्र पीडीडीयू नगर पालिका इंटर कालेज का। कक्षा दस में पढ़ने वाले इस छात्र में गजब की प्रतिभा है।
प्रदीप पाल के पुत्र आनंद ज्योति विद्यालय में कक्षा दस के छात्र हैं। नृत्य साम्राज्ञी सोनी चौरसिया के व्यक्तित्व ने इस छात्र को इतना प्रभावित किया वह उनका शिष्य बन गया। एक साल कठोर मेहनत कर वह नृत्य का जादूगर बन गया। कोई भी राग हो या ताल, ढोलक की थाप पर उसके पांव इस कदर थिरकते हैं कि मानों भगवान नटराज से उसे आशीर्वाद मिल गया। रेलवे की ओर से होने वाले कार्यक्रमों में सबकी मांग आनंद होते हैं। रेलवे अधिकारी उनकी इस कला को गॉड गिफ्ट करार देते हैं। वहीं प्रधानाचार्य कैप्टन अमरेंद्र ¨सह इस छात्र की प्रशंसा करते नहीं थकते। खास यह छात्र ने विद्यालय के सभी छात्रों को नृत्य सिखाने का बीड़ा उठाया है। यह छात्र इसी कला तक सीमित नहीं स्कै¨टग की बादशाहत पर भी इसका कब्जा है। जो व्यक्ति पहियों पर तनिक नहीं घूम सकते, वह इस कदर घूमता है कि मानों हवा में उड़ रहा। वैसे तो रेलवे ग्राउंड और आमोदशाला में काफी बच्चे स्कै¨टग की प्रैक्टिस करते हैं इस छात्र के आगे सब बौने। बच्चे इनसे ट्यूशन लेते हैं। प्रधानाचार्य कहते हैं यह छात्र आलराउंडर है, पढ़ाई, कला, खेल में इसका कोई सानी नहीं। यह छात्रों को ट्रे¨नग भी दे रहा। इसलिए इसके लिए अलग से समय निर्धारित किया गया है।