वायरस से जंग में कलेक्टर ने संभाली कमान, कोरोना को देंगे मात
वायरस से जंग में कलेक्टर ने संभाली कमान कोविड-19 को देंगे मात
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को मात देने के लिए जिला प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था की है। जनपद में तीन अस्पतालों को कोरोना से लड़ने के लिए तैयार किया है। आठ क्वारंटाइन सेंटर बनवाया गया है। लोगों के स्वास्थ्य की जांच के लिए प्रतिदिन गांव-गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भ्रमण कर रही है। इसमें आशा कार्यकर्ता महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। संदेहास्पद लोगों के सैंपल को रोजाना जांच के लिए बीएचयू भेजा जा रहा है। जनपद के बार्डर इलाकों पर पुलिसकर्मियों को मुस्तैद किया गया है। जनपदवासियों तक आवश्यक वस्तुएं पहुंच सकें, इसके लिए किराना, दूध व सब्जी विक्रेताओं के मोबाइल नंबर को सार्वजनिक किया गया है। अब तक सुखद यह कि जनपद में कोई भी कोरोना का मरीज नहीं पाया गया है।
पूरे देश में कोरोना वायरस ने कहर ढा रखा है। खतरनाक वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने 14 अप्रैल तक का लॉकडाउन किया था। वायरस पर नियंत्रण न होते देख सरकार ने लॉकडाउन की तिथि बढ़ाकर तीन मई तक कर दी है। जिला प्रशासन ने भी वायरस से लड़ने के लिए कमर कस लिया है। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की देख-रेख में स्वास्थ्य से लेकर सफाई तक की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि लोगों को इस भयानक बीमारी से बचाया जा सके। हर बिदुओं पर युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। डीएम ने जनपदवासियों से लॉकडाउन तक घरों में रहने की अपील की है और अफवाहों पर ध्यान ने देने का आह्वान किया है। हर दिन भेजा जा रहा सैंपल
जिला प्रशासन प्रतिदिन संदेहास्पद लोगों के स्वास्थ्य की जांच करा रहा है और उनका सैंपल बीएचयू भेजा रहा है। प्रशासन की सतर्कता ही है कि जनपद के लोग अब तक कोरोना से मुक्त हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट
कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम भी अलर्ट है। सीएमओ कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां फोन कर लोग अपनी समस्या को बता कर निराकरण करा रहे हैं। उधर विभाग की गठित टीम व आशा कार्यकर्ता प्रतिदिन गांवों में सर्वे कर रही हैं। गांव में बाहर से आए लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है। साढ़े चार हजार लोग होम क्वारंटाइन
गैर प्रांतों में कार्य करने के लिए लोगों में लॉकडाउन के बाद घर आने की होड़ मच गई। दिल्ली, मुंबई सहित अन्य प्रदेशों में कार्य कर रहे लोग पैदल की घरों आने के लिए निकल पड़े। जनपद में प्रवेश करने के बाद 203 लोगों को विक्रम सिंह कन्या महाविद्यालय में क्वारंटाइन किया गया, जिन्हें 14 दिन के बाद घर भेज दिया गया। जनपद में अब तक कुल साढ़े चार हजार लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया। प्रशासन ने ऐसे लोगों को घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी है। तीन अस्पतालों में है आइसोलेशन वार्ड
जिला मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी, रेलवे के लोको मंडलीय चिकित्सालय और चकिया में अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड बनवाया गया है। इन अस्पतालों में पर्याप्त बेड की व्यवस्था की गई है। उधर आइएमए के 14 चिकित्सकों के मोबाइल नंबर को सार्वजनिक किया गया है, ताकि लोग चिकित्सकों से परामर्श ले सकें। रोजाना दस हजार लोगों को खिला रहे खाना
लॉकडाउन के बाद श्रमिक, दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला खोमचा व असहाय परिवार के समक्ष खाने की समस्या खड़ी हो गई थी, लेकिन प्रशासन ने जनपद में कम्युनिटी किचन की स्थापना कर इसका भी समाधान कर दिया। रोजाना आठ से दस हजार पैकेट पका हुआ खाना लोगों तक पहुंच रहा है। उधर राशन का भी वितरण किया जा रहा है। सफाई पर विशेष जोर, कराया जा रहा सैनिटाइजेशन
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सफाई भी जरूरी है। यही वजह है कि कर्मचारी गांव-गांव जाकर सफाई कर रहे हैं। लगातार दवा का छिड़काव किया जा रहा है। सड़कों से लेकर ग्रामीण इलाकों को सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। बार्डर पर कड़ा पहरा, चक्रमण पर पुलिस कर्मी
जनपद में कोई बाहरी व्यक्ति प्रवेश न करें, इसके लिए बार्डर इलाकों पर पहरा कड़ा कर दिया गया है। लॉकडाउन के बाद से चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। बेवजह बाहर घूमने वालों पर कार्रवाई भी की जा रही है।