बाल विवाह कुप्रथा को जड़ से मिटाना जरूरी
जासं, चकिया (चंदौली): महिला एवं बाल अधिकार कार्यक्रम के तहत आयोजित बाल विवाह रोकथाम जागरूक
जासं, चकिया (चंदौली): महिला एवं बाल अधिकार कार्यक्रम के तहत आयोजित बाल विवाह रोकथाम जागरूकता अभियान का बुधवार को समारोह पूर्वक समापन हुआ। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाली। विद्यालय प्रांगण में आयोजित समारोह में बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी निभाई।
समाजिक संगठन महिला समाख्या के तत्वावधान में सात दिवसीय बाल विवाह रोक थाम जागरूकता अभियान के समापन अवसर पर उपस्थित जनों को बाल विवाह जैसी कुरीतियों को जड़ से मिटाने में अहम भूमिका निभाने का संकल्प दिलाया गया। वक्ताओं ने कहा कि बाल विवाह जैसी कुप्रथा मिटाने को समाज के सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है। समाजिक तौर पर जन समुदाय को जागरूक होना अत्यंत जरूरी है। वक्ताओं ने कहा कि बाल विवाह दंडनीय अपराध है। बाल विवाह से होने वाले दुष्प्रभाव का विस्तार से वर्णन किया। समारोह के पूर्व बालिका विद्यालय की छात्राओं ने जागरूकता रैली, नुक्कड़ नाटक, गीत प्रस्तुत कर बाल विवाह पर रोक लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया। समारोह को रंजना तिवारी, आराधना गुप्ता, इंद्रजीत शर्मा, दिनेश कुमार, शिल्पी चौरसिया, वार्डेन ममता रानी, मंजू शुक्ला, सरिता, निशा, भैया लाल, रीता विश्वकर्मा ने संबोधित किया। अध्यक्षता संगठन की राज्य प्रतिनिधि वर्षा ऋतु श्रेष्ठ व संचालन कुंवर नाथ पांडेय ने किया।