Chandauli News: भदोही हादसे का असर- सरकार के फरमान के बाद पूजा पंडालों में पहुंचे अधिकारी, देखी व्यवस्था
आइजी के आने की भनक लगते ही स्थानीय अधिकारी सक्रिय हो गए। सीओ अनिरुद्ध सिंह यातायात निरीक्षक श्यामजी यादव कोतवाल संतोष श्रीवास्तव व जलीलपुर पुलिस चौकी प्रभारी दिलीप श्रीवास्तव भी पंडाल पहुंच गए। उन्होंने दुर्गा पूजा पंडाल के प्रवेश व निकास द्वार को देखा व प्रतिमा का दर्शन किया।
चंदौली, जागरण संवाददाता। भदोही में पूजा पंडाल में अगलगी की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेते हुए अफसरों को विद्युत प अग्नि सुरक्षा मानकों की जांच व पालन कराने का निर्देश दिए तो मंगलवार को पुलिस महानिरीक्षक के सत्यनारायण समेत कई अधिकारी पूजा पंडालों में पहुंचे और यहां की व्यवस्थाएं देखी। पंडालों में रखे गए अग्निशमन यंत्रों की जांच की तो कई बेमानक मिले।
आइजी सुबह 11 बजे ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से लगाए गए पूजा पंडाल पहुंचे। आइजी के आने की भनक लगते ही स्थानीय अधिकारी सक्रिय हो गए। सीओ अनिरुद्ध सिंह, यातायात निरीक्षक श्यामजी यादव, कोतवाल संतोष श्रीवास्तव व जलीलपुर पुलिस चौकी प्रभारी दिलीप श्रीवास्तव भी पंडाल पहुंच गए।
अग्निसुरक्षा मानकों का किया अवलोकन
दुर्गा पूजा पंडाल के प्रवेश व निकास द्वार को देखा व प्रतिमा का दर्शन किया। अग्निसुरक्षा मानकों का अवलोकन करते हुए उन्होंने पुलिस अधिकारियों को जरुर निर्देश दिए। मजे की बात यह कि पूजा समिति के कई पदाधिकारियों से अग्निशमन यंत्र संचालन की जानकारी ली तो वे निरुत्तर हो गए और इसे चलाने से इनकार कर दिया। विद्युत तार भी पंडालों में व्यवस्थित नहीं मिले। इस पर आइजी ने नाराजगी जताई।
उन्होंने समितियों से इसे संध्या दर्शन पूजन से पहले दुरुस्त करने को कहा। हालांकि कुछ पंडालों के सक्रिय पदाधिकारियों ने तार आदि को दुरुस्त करा लिया। आइजी ने दुर्गा पूजा पंडाल के अंदर व बाहर पानी, बालू, बाल्टी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करा लेने का निर्देश दिया।
हर स्थिति से निपटने का तैयार रहें अधिकारी
अधिकारियों से कहा कि सभी पूजा पंडालों का अवलोकन करें और हर स्थिति से निपटने को लेकर तैयार रहें। उन्होंने जिलाधिकारी के जरिए स्वास्थ्य विभाग को भी सक्रिय रखने की बात कही।
नौगढ़ प्रतिनिधि के अनुसार, बाघी दुर्गा पूजा पंडाल का उपजिलाधिकारी डा. अतुल गुप्ता पुलिस क्षेत्राधिकारी कृष्ण मुरारी ने निरीक्षण किया। आयोजक को विशेष दिशा निर्देश दिया। कहा कि सजावट में कहीं भी तार कटा नहीं होना चाहिए और दुर्गा पूजा में दीपक को जलाते समय पूरी तरह से ध्यान देना पड़ेगा। कहीं भी पर्दे के आसपास दीपक या अगरबत्ती ना जलाएं।