वरदान उज्ज्वला योजना, चूल्हा छूटा और सिलेंडर पर पक रहा खाना
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जितेंद्र उपाध्याय
चंदौली : चूल्हे से निकलने वाले जहरीले धुएं से जसूरी गांव की कमलावती देवी की बदरंग जिदगी में उज्ज्वला योजना ने रंग भर दिया। जहरीले धुएं से खराब होती आंखों में दोबारा मानों चमक आ गई। गैस सिलेंडर पर मिनटों में लजीज पकवान बनकर तैयार हो रहा। इससे जिदगी की दुश्वारियों पर भी अब ताला लग गया है। कमलावती की तरह ही उज्ज्वला योजना से जिले की उन हजारों गरीब महिलाओं की जिदगी आसान बन गई, जो उपली पर खाना पकाने को मजबूर थीं। उनकी पहाड़ सरीखी जिदगी अब चैन से कटने लगी है।
सिलेंडर भराने में गरीबी अब भी रोड़ा
उज्ज्वला योजना के तहत जिले में एक लाख 23 हजार 791 लाभार्थी परिवारों को निश्शुल्क गैस सिलेंडर व चूल्हे का वितरण किया गया। लेकिन गरीब परिवारों के लिए सिलेंडर भराने में मुफलिसी अब भी रोड़ा बनी हुई है। गैस एजेंसियों के आंकड़ों पर गौर करें तो करीब 90 हजार से अधिक लाभार्थी गैस सिलेंडर नहीं भरा पा रहे हैं और योजना धुआं-धुआं हो रही है। हालांकि कुछ लाभार्थी अभी भी नियमित योजना का लाभ ले रहे हैं।
उज्ज्वला योजना से मिली संजीवनी
उपली व लकड़ी पर खाना बनाने में आसान नहीं होता। क्षेत्र के जसूरी गांव की कमलावती देवी की जिदगी बदली ही अन्य गृहणियों के सपनों को भी मानों पंख लग गए। रुकमीना देवी हों या झांसी की रमौती, जसौली की सावित्री, बसारिकपुर की उषा, निर्मला, नेहा, चंदा हर कोई उज्ज्वला को वरदान मान रहीं। कारण उज्ज्वला योजना से जीवन का अंधियारा दूर हुआ।
लाभाíथयों का आंकड़ा
- 26 गैस एजेंसियों ने मुफ्त में बांटे गैस कनेक्शन
- आज भी 14 शर्तें पूरी करने वालों को मिल रहा मुफ्त कनेक्शन
- योजना के तहत 1,23,791 लाभाíथयों को मिल चुका है लाभ
- चकिया स्थित गैस एजेंसी ने सबसे ज्यादा 20 हजार कनेक्शन बांटे
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'उज्ज्वला योजना के तहत 123791 गरीब परिवारों को लाभ मिला है। इसकी बाकायदा मानीटरिग भी की जा रही है। पैसे के अभाव में गैस सिलेंडर न भराने की शिकायतें भी हैं, इसके लिए लाभाíथयों को जागरूक किया जा रहा है।
सीमा सिंह, जिला पूíत अधिकारी