भक्तों की अटूट आस्था का केंद्र भुवनेश्वरनाथ मंदिर
जासं, चकिया (चंदौली): सावन में भगवान शिव के प्रति लोगों की अटूट आस्था देखनी हो भिटिया गांव
जासं, चकिया (चंदौली): सावन में भगवान शिव के प्रति लोगों की अटूट आस्था देखनी हो भिटिया गांव स्थित भुवनेश्वर नाथ मंदिर का रुख करिए। जहां पूरे सावन माह दर्शन-पूजन के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। सोमवार को यहां जलाभिषेक का विशेष महत्व है। मान्यता है कि भुवनेश्वर नाथ के दर्शन मात्र से ही सारे विकार दूर हो जाते हैं। मांगी गई हर मुराद पूरी हो जाती है।
नक्सल प्रभावित इलिया क्षेत्र के घोड़सारी ग्राम पंचायत के राजस्व गांव इलिया में स्थित भुनेश्वर नाथ मंदिर लोगों की आस्था व विश्वास का केंद्र है। यह मंदिर इतना प्राचीन है कि यहां शिव अरघा की स्थापना कब हुई इसका प्रमाणित दस्तावेज किसी के पास नहीं है। मान्यता है कि वर्ष 1900 में इस निर्जन स्थान पर चरवाहों ने शिव¨लग देखा। यह बात जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। आस-पास के गांवों के लोगों ने श्रद्धाभाव के साथ शिव¨लग की स्थापना की। कुछ वर्ष बाद 1904 में खिलची गांव निवासी गो¨वद ¨सह ने शिवरात्रि के दिन यहां मेले का आयोजन प्रारंभ कर दिया। मेले की परंपरा आज भी जीवंत है। बसंत पंचमी, शिवरात्रि व सावन माह में यहां विशेष तौर से पूजन, हवन, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, भजन कीर्तन का आयोजन होता है। पूर दिन श्रद्धालुओं की लगातार लगी रहती है। यहां बिहार प्रांत से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। सावन माह में तो पूरा इलाका ही भक्तिमय हो जाता है।