परमात्मा के चरण रूपी नाव से ही भवसागर होगा पार
बाबा जागेश्वरनाथ धाम पर नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ शुक्रवार की देर रात हुआ। उद्घाटन चेयरमैन अशोक बागी व पूर्व चेयरमैन मीरा जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
जासं, चकिया/इलिया (चंदौली) : बाबा जागेश्वरनाथ धाम में नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का शुभारंभ शुक्रवार की देर रात हुआ। उद्घाटन चेयरमैन अशोक बागी व पूर्व चेयरमैन मीरा जायसवाल ने दीप जलाकर किया।
बाबा जागेश्वरनाथ सेवा समिति की ओर से आयोजित श्रीराम कथा का रसपान वृंदावन से पधारे मुकेश आनंद ने कराया। कहा कि संसार का प्रत्येक प्राणी भवसागर में डूब रहा है। भवसागर से पार जाने को परमात्मा के चरणरूपी नाव का ही सहारा लेना पड़ेगा। कथा की भाव पूर्ण प्रस्तुति व भजन सुन श्रोता भक्तिभाव में झूमने लगे। कथा के अंत में भव्य आरती की गई। इसमें महंत कैलाश गिरी, अर¨वद ¨सह, रामभरोस जायसवाल, जनार्दन ¨सह, सालिक पाल, सुदामा यादव आदि लोग शामिल हुए।
इलिया में मानस यज्ञ सेवा समिति की ओर से राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय सरैया बसाढ़ी परिसर में नौ दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारंभ शुक्रवार की रात्रि को हुआ। कथा का उद्घाटन समाजसेवी रणजीत प्रसाद जायसवाल ने मानस ग्रंथ पर माल्यार्पण व दीप जलाकर किया। कथा वाचक नीरजानंद शास्त्री ने कहा यदि मनुष्य भगवान के घर में प्रवेश करना चाहता है तो पहले अपने मानस को स्वच्छ करना होगा। कमजोर व्यक्ति बलवान से और छोटा व्यक्ति बड़ा से डरते हैं लेकिन चरित्रवान से सभी डरते हैं। चरित्र बल की कथा मानस में वर्णित हैं। इस दौरान विश्वनाथ द्विवेदी, राजेश ¨सह, अनुप कुमार श्रीवास्तव, जय प्रकाश, मधुसूदन, तुलसी प्रसाद, त्रिवेणी प्रसाद आदि उपस्थित थे।