जागरूकता ही एड्स से लड़ने का अचूक हथियार : मेजर
एड्स दिवस के अवसर पर पूर्व मध्य रेलवे इंटर कालेज में शनिवार को गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया। वहीं अन्य लोगों को भी जागरूक करने के लिए शपथ दिलाई गई।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर(चंदौली): एड्स दिवस पर पूर्व मध्य रेलवे इंटर कालेज में शनिवार को गोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया। इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए लोगों को शपथ दिलाई गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य मेजर अमरेंद्र कुमार ने कहा कि एड्स एक खतरनाक बीमारी है। मूलत: असुरक्षित यौन संबंध बनाने से एड्स के जीवाणु शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। विश्व में ढाई करोड़ लोग अब तक इस बीमारी से मर चुके हैं। करोड़ों अभी इसके प्रभाव में हैं। अफ्रीका में सबसे ज्यादा एड्स रोगी हैं। भारत दूसरे स्थान पर है। भारत में अभी 1.25 लाख मरीज हैं, हालांकि प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। इससे बचाव को जागरूकता ही अचूक हथियार है। भारत में पहला एड्स मरीज 1986 में मद्रास में पाया गया था। प्रदीप चौधरी, शिवनारायण, जावेद आलम, एके उपाध्याय, रतनलाल, सुशीक भेंगरा, रमेश यादव, विपिन तिवारी, मान ¨सह, डिगर ¨सह आदि उपस्थित थे। समृद्धि परियोजना के अंतर्गत श्रमिक भारती एवं एचडीएफसी बैंक की ओर से उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पचोखर से रैली निकाली गई। मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जागरूक किया गया। श्रीकेश त्रिपाठी, मनीष ¨सह, रूना ¨सह, अमन तिवारी, वंदना, राकेश कुमार, शिवानंद गौतम आदि उपस्थित थे। एड्स दिवस पर निकली रैली
पड़ाव(चंदौली) : एड्स दिवस पर शनिवार को सेमरा स्थित सोशल वेलफेयर इंस्टीट्यूट टीआई परियोजना के कार्यालय से जागरूकता रैली निकाली गई। डीटीओ डीएन मिश्रा ने हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। रैली कटेसर, भोजपुर, चौरहट होते हुए पड़ाव चौराहे पर पहुंचकर समाप्त हुई। रमेश चंद्र, महेश कुमार, संजय ,गीता, ज्योति सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।