लॉकडाउन के बाद आटो संचालन का निर्णय
लॉकडाउन के बाद ऑटो संचालन का निर्णय
जासं, सैयदराजा (चंदौली) : लॉकडाउन की मार परिवहन व्यवसाय पर पड़ी है। 50 फीसद सवारी बैठाने के नियम से ऑटो चालक परेशान हैं। सैयदराजा से आस-पास के गांव में जो आटो सवारी लेकर जाते हैं उनका किराया लॉकडाउन से पहले 10 से 15 रुपये था, लेकिन 50 फीसद सवारी बैठाने की अनिवार्यता के बाद किराया बढ़ाने पर विवश हैं। इसके चलते सवारी और चालकों के बीच में रोजाना किचकिच हो रही है। परेशान आटो चालकों ने लॉकडाउन समाप्त होने के बाद वाहन संचालन का निर्णय लिया है। कहा जब तक नया नियम समाप्त नहीं हो जाता अपनी गाड़ियों को सड़क पर नहीं ले जाएंगे।
मानिकपुर निवासी आटो चालक रमेश ने कहा कोरोना की वजह से ऑटो रिक्शा संचालन में लगे लोगों का रोजगार चौपट हो गया है। दो महीने से ज्यादा का वक्त हो गया और हमारे वाहन दरवाजे पर खड़े हैं। अब जीवनयापन के लिए मनरेगा में काम करना पड़ रहा है। नौबतपुर निवासी चालक संतु ने कहा लॉकडाउन में मिली छूट का कोई फायदा नहीं है। सवारी मिल ही नहीं रही हैं। ऐसे में संचालन बंद करना ही एकमात्र विकल्प है।