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राम जी से पूछें जनकपुर के नारी, लोगवा देत काहें गारी..

जागरण संवाददाता नौगढ़ (चंदौली) कस्बा में चल रही श्रीराम कथा में शुक्रवार को श्रीराम वि

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 10:21 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 10:21 PM (IST)
राम जी से पूछें जनकपुर के नारी, लोगवा देत काहें गारी..
राम जी से पूछें जनकपुर के नारी, लोगवा देत काहें गारी..

जागरण संवाददाता, नौगढ़ (चंदौली) : कस्बा में चल रही श्रीराम कथा में शुक्रवार को श्रीराम विवाहोत्सव की आकर्षक झांकी सजी। भक्तगण भगवान श्रीराम व सीता का दर्शन कर विवाह के साक्षी बने। कथा वाचक सुनीता ने मानस के चौपाइयों की व्याख्या करते हुए श्रीराम जानकी समेत चारों भाइयों के विवाह के प्रसंग को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। धनुष यज्ञ, स्वयंवर, रामबरात, चारों भाइयों के फेरे, जनकपुरी व अयोध्या में आमोद प्रमोद के संगीतमय प्रसंग को सुन कथा प्रेमी निहाल हो गए। कहा राम सीता की प्रथम भेंट एक पुष्प वाटिका में होती है। जहां सीता सखियों सहित गौरी पूजन के लिए पुष्प तोड़ती हैं। जैसे ही माता सीता श्रीराम को देखती हैं तो अपनी दोनों आंखें बंद कर लेती हैं। सीता स्वयंवर में रखी गई शर्त के अनुसार कोई भी राजा शिव धनुष पर प्रत्यंचा नहीं चढ़ा पाया। गुरु वशिष्ठ की आज्ञा से श्रीराम उठे और धनुष को उठाकर जैसे ही प्रत्यंचा चढ़ाने की कोशिश की धनुष पलभर में ही टूट गया। धनुष टूटते ही श्रीराम के गले में माता सीता ने वरमाला डाल दी। कथा में संगीतकार रिकू रसिया ने बेटी ससुरे में रहिया तू चांद बनके, चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखिया, राम जी से पूछे जनकपुर के नारी, लोगवा देत काहें गारी.. गीत सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। श्रद्धालुओं ने जय सियाराम के जयकारे लगाए। इसी बीच शिव धनुष टूटने पर जनकपुर में पहुंचे भगवान परशुराम अत्यंत क्रोधित हो गए। परशुराम और लक्ष्मण के बीच तीखे संवाद के बाद श्रीराम की विनम्रता के आगे परशुराम नतमस्तक हो गए।

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