आखिर कब चंधासी मंडी की सड़कों के बहुरेंगे दिन
पिछले कई वर्षों से लोगों की जुबां पर एक ही सवाल है कि आखिर कब चंधासी मंडी की सड़क के दिन बहुरेंगे। गर्मी के दिनों में जहां सड़क पर उड़ रहे धूल के गुबार लोगों को परेशान करके रखे थे वहीं अब बारिश में कीचड़ व दलदल की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। मार्ग पर कई जगह गड्ढे भी बने हुए हैं।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : पिछले कई वर्षों से लोगों की जुबां पर एक ही सवाल है कि आखिर कब चंधासी मंडी की सड़क के दिन बहुरेंगे। गर्मी के दिनों में जहां सड़क पर उड़ रहे धूल के गुबार लोगों को परेशान करके रखे थे वहीं अब बारिश में कीचड़ व दलदल की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। मार्ग पर कई जगह गड्ढे भी बने हुए हैं। उनमें भरे पानी से यह भी पता नहीं चल पा रहा कि गड्ढे हैं कहां। ऐसे में थोड़ी सी चूक जानलेवा हो जा रही है। अगर वाहन चालक संभलकर न गुजरें तो हादसा होना तय है। हास्यास्पद यह कि यह मार्ग कितना व्यस्ततम है, यह सभी को पता है। बावजूद इसके सड़क की दशा नहीं बदल रही है।
चंधासी कोल मंडी एशिया की सबसे बड़ी मंडी है। यहां रोजाना सैकड़ों की संख्या में ट्रकों का आवागमन होता रहता है। यहां से गुजरने वाली सड़क से वाराणसी जनपद सहित कई जिले के लोगों का आवागमन होता रहता है। सफाई न होने के कारण सड़क किनारे मिट्टी की मोटी परत जम गई थी। बारिश हुई तो पूरी मिट्टी सड़क पर फैल गई। इस समय स्थिति यह हो गई है कि पूरी सड़क कीचड़ में तब्दील हो गई है। बाइक के पहिए तो फिसल ही रहे हैं, चारपहिया वाहन चालक भी हादसों का शिकार हो रहे हैं। पिछले दिनों बारिश होने के बाद तो सड़क पर चलना मुश्किल भरा हो गया है। वाहन चालकों ने हल्की से चूक की तो उनका दुर्घटना का शिकार हो ही जाते हैं। इस मार्ग से अक्सर आलाधिकारियों का आवागमन भी होता रहता है। इसके बाद भी इस पर ध्यान न जाना अपने आप में शर्मनाक है। दो लोगों की हो चुकी है मौत
सड़क की खस्ताहाल स्थिति ने वाहन चालकों के अंदर भय पैदा कर दिया है। पिछले एक महीने में दो वाहन सवारों की मौत हो चुकी है। इस मार्ग पर न तो कहीं भी प्रकाश की व्यवस्था की गई है और न ही यातायात संकेतक लगाए गए हैं। वहीं डिवाइडर जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। डिवाइडर पर रिफ्लेक्टर तक नहीं लगाए गए हैं। इस दुर्व्यवस्था को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है। वर्जन..
सड़क का मौका मुआयना किया जाएगा। इसके बाद जमे पानी को टैंकर के जरिए निकाला जाएगा। सड़क पर फैली कीचड़ की सफाई कराई जाएगी ताकि चालकों को राहत मिल सके।
संतोष खरवार, चेयरमैन, पीडीडीयू नगर पालिका परिषद