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दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने पर 75 संदिग्ध किए गए डिस्चार्ज

दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने पर 75 संदिग्ध मरीज हुए डिस्चार्ज

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 08:30 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 10:43 PM (IST)
दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने पर 75 संदिग्ध किए गए डिस्चार्ज
दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने पर 75 संदिग्ध किए गए डिस्चार्ज

जागरण संवाददाता, चंदौली : जिले में प्रवासियों के जरिए कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़ रही है। वहीं अच्छी खबर यह है कि क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती अधिकतर संदिग्ध मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य हो रहे हैं। कोरोना जांच की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने पर एमसीएच (मदर एंड चाइल्ड केयर) विग के क्वारंटाइन वार्ड से अब तक 75 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। चिकित्साकर्मियों की 25 सदस्यीय टीम मरीजों की दिन-रात देखभाल करती है।

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कोरोना के संदिग्ध मरीजों के उपचार के लिए जिला अस्पताल परिसर स्थित एमसीएच विग में 60 बेड का क्वारंटाइन सेंटर की स्थापना करीब डेढ़ माह पहले ही कर दी गई थी। यहां अब तक 93 संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की निगरानी में मरीजों को रखा जाता है। क्वारंटाइन के 10वें दिन मरीजों का दोबारा सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजा जाता है। दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने और 14 दिन की समयावधि पूरी होने के बाद मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया जाता है। वार्ड से अब तक 75 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। फिलहाल 18 मरीज अब भी भर्ती हैं, जबकि 11 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें वाराणसी स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडलीय चिकित्सालय में स्थापित एल-1 वार्ड भेज दिया गया। चिकित्साकर्मियों ने अस्पताल को ही बनाया ठिकाना

कोरोना संदिग्ध मरीजों के इलाज के दौरान खुद संक्रमित होने का खतरा है। ऐसे में चिकित्साकर्मियों की 15-15 दिन के लिए शिफ्टवार ड्यूटी लगाई जाती है। एक शिफ्ट में पांच चिकित्सकों के साथ फार्मासिस्ट और स्वास्थ्यकर्मियों को मिलाकर कुल 25 सदस्यीय चिकित्सकीय टीम मौजूद रहती है। ड्यूटीरत चिकित्सक 15 दिन तक अस्पताल में ही रहते हैं। 15 दिनों की ड्यूटी पूरी होने के बाद घर जाकर 15 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहते हैं। कोरोना के संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती किया जाता है। मरीजों की 10वें दिन दोबारा जांच कराई जाती है। दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद 14 दिन की अवधि पूरी होने पर डिस्चार्ज कर दिया जाता है। मरीजों को समय-समय पर भोजन, चाय आदि दिया जाता है। अभी तक 75 संदिग्ध मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर छुट्टी पा चुके हैं।

-डा. विवेक सिंह, चिकित्सक, एमसीएच विग।


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