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कोरोना के मद्देनजर आठ सप्ताह के लिए 41 बंदी रिहा

कोरोना का असर सरकारी कामकाज पर पड़ने लगा है। जेल प्रशासन भी इससे अछूता नहीं है। इसके मद्देनजर जेलों में बंद विचाराधीन बंदियों की कुछ समय के लिए रिहाई की जा रही है। जिले के 41 विचाराधीन बंदियों की जमानत अर्जी का शनिवार को जनपद व सत्र न्यायाधीश की न्यायालय में निस्तारण किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 06:59 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 05:59 AM (IST)
कोरोना के मद्देनजर आठ सप्ताह के लिए 41 बंदी रिहा
कोरोना के मद्देनजर आठ सप्ताह के लिए 41 बंदी रिहा

जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना का असर सरकारी कामकाज पर पड़ने लगा है। जेल प्रशासन भी इससे अछूता नहीं है। इसके मद्देनजर जेलों में बंद विचाराधीन बंदियों की कुछ समय के लिए रिहाई की जा रही है। जिले के 41 विचाराधीन बंदियों की जमानत अर्जी का शनिवार को जनपद व सत्र न्यायाधीश की न्यायालय में निस्तारण किया गया। बंदियों को आठ सप्ताह के लिए रिहा करने का आदेश दिया गया है।

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कोरोना वायरस का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे में फैल रहा है। जेलों में बैरकों की अपेक्षा बंदियों की संख्या काफी अधिक है। ऐसे में आशंका जताई जा रही कि यदि जेल में कैदियों में संक्रमण फैला तो रोकना मुश्किल हो जाएगा। उच्च न्यायालय इसको गंभीरता से लेते हुए विचाराधीन बंदियों की रिहाई के आदेश दिए थे। इसके अनुपालन में शनिवार को जिला व सत्र न्यायाधीश की अदालत में 41 विचाराधीन बंदियों की जमानत अर्जी पर सुनवाई की गई। साथ ही मामलों का निस्तारण करते हुए आठ सप्ताह के लिए रिहा करने का आदेश पारित किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी सचिव अमित कुमार यादव प्रथम ने बताया कि बंदियों की जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद रिहा करने का आदेश दिया गया।


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