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सांसद के चार साल, घिसट रहे 18 साल के जिले की चाल बेमिसाल

-सड़क, बिजली, शिक्षा के क्षेत्र में समृद्धि की ओर बढ़ाए कदम तो ¨सचाई सिस्टम को चाहिए संजीवनी

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 May 2018 07:32 PM (IST)Updated: Tue, 15 May 2018 07:32 PM (IST)
सांसद के चार साल, घिसट रहे 18 साल के जिले की चाल बेमिसाल
सांसद के चार साल, घिसट रहे 18 साल के जिले की चाल बेमिसाल

-सड़क, बिजली, शिक्षा के क्षेत्र में समृद्धि की ओर बढ़ाए कदम तो ¨सचाई सिस्टम को चाहिए संजीवनी -चंदौली में खाद की रैक, तीन आरओबी, 212 करोड़ की टू लेन सड़क से खींची विकास की लंबी लकीर -पर्यटन को बढ़ावा देने से धुलेगा पिछड़ेपन का दंश, औरवाटांड़, राजदरी को विकसित होने का इंतजार जागरण संवाददाता, चंदौली : सांसदों के कार्यकाल के पूरे चार साल बीत गए ..। हर किसी ने अपने-अपने इलाके में विकास की गंगा बहाने का वायदा करके जनता के दिलों में जगह बनाने की कोशिश की थी। जिसकी बातों में दम लगा, उसे जनता ने अपना प्रतिनिधि बनाकर दिल्ली पहुंचा दिया। धान के कटोरे में विकास की फसल रोपने की जिम्मेदारी जनता ने डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय को दी, जो अब संसद सदस्य के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनके कार्यों को उनके वादों के तराजू पर तौला गया तो घिसटकर चल रहे 18 साल के जिले की चाल महसूस हुई बेमिसाल ..। आमदनी दोगुनी की उम्मीदों में खाद का तड़का

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कृषि प्रधान जिले में खाद की किल्लत किसानों के अरमान पर कुठाराघात कर रही थी। दरअसल, चंदौली में रैक प्वाइंट न होने से खाद नहीं पहुंच पा रही थी। हो-हल्ला मचने पर खाल बचाने को अधिकारी खाद अन्यत्र भेज देते। सांसद ने रैक प्वाइंट बनाया तो खाद सीधा उतरने लगी। अबकी खाद को मारामारी नहीं हुई, अलबत्ता जरूरत के लिहाज से पहले के निर्धारित कोर्ट में वृद्धि भी हो गई। 218 करोड़ की सड़क से क्षेत्र को माला में पिरोया

बाबतपुर एयरपोर्ट से महुंजी वाया चहनियां तक टू लेन सड़क से संसदीय क्षेत्र के पांचों विधानसभाओं को एक माले में पिरो दिया। मसलन, धानापुर, चहनियां के लोगों के लिए वाराणसी की दूरी घट गई। एयरपोर्ट की 50 से 70 किमी. तक की दूर सिमटकर 30 तक पहुंची। सड़क एक माला के रूप में संसदीय क्षेत्र के पांचों विधानसभा को एक-दूसरे से सीधा जोड़ दिया है। चोचकपुर पुल, तीन आरोबी से खुलेगी तरक्की की राह

जिलेवासियों की तरक्की की राह पर दौड़ाने को गंगा नदी पीपापुल के अलावा चंदौली-मझवार, सैयदराजा-जमानियां, मटकुट्टा गेट पर आरओबी बनने की राह खोली। चंदौली में पुल का निर्माण शुरू हो गया है। जिला इन जगहों पर ठहरकर रह जाता था। आरओबी बनने से समय बचेगा तो लोग ज्यादा काम कर आमदनी की राह खोल पाएंगे। चोचकपुर पुल दो जिलों की दूरियां कम करेगा, जिससे विकास की राह खुलेगी। शिक्षा को सेंट्रल स्कूल एवं बीएससी की सौगात

तरक्की की राह शिक्षा के मंदिर से होकर गुजरती है। जिले को एक सेंट्रल स्कूल के अलावा देश का दूसरा आडोरियम मिला। बीएससी की पढ़ाई एक स्थान पर शुरू हुई दूसरे पर होने वाली है। मुगलसराय में सेंट्रल स्कूल की स्ट्रेंथ बढ़ी है। नए सत्र में दो पालियों में पढ़ाई होगी। बहुतों के केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने का सपना साकार हो जाएगा। ¨सचाई को संजीवनी, उम्मीदें अभी बाकी

¨सचाई सिस्टम को जीवित किए बगैर किसानों की आमदनी दोगुनी कैसे होगी? हालांकि, नरायनपुर पंप कैनाल को 3.61 करोड़ रुपये नाबार्ड से मिले हैं। बबुरी को ¨सचाई के क्षेत्र में समृद्ध बनाने को नहरों को 14 करोड़ से लिफ्ट कैनाल से जोड़ा जाएगा। इतना के बावजूद चंद्रप्रभा नहर प्रणाली को जीवित किए बगैर बात नहीं बनेगी। जिले की कृषि चंद्रप्रभा प्रणाली की 580 किमी. सड़क पर निर्भर है। हालांकि, 450 करोड़ रुपये नहरों का तटबंध पक्का करने का प्रस्ताव भेजा गया है। सेहत व्यवस्था में सुधार, जरूरतें बरकरार

सेहत की नेमत न हो तो हर खुशी काफूर होने लगती है। जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को संजीवनी की दरकार है। चिकित्सकों के अभाव में स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त है। हालांकि, 100 बेड का महिला ¨वग बना है। हेरीटेज संस्था के लोग उसे चला रहे हैं। सांसद निधि से स्वास्थ्य सेवा की सभी सुविधाओं से लैस एक एंबुलेंस मिली है। यह नाकाफी है, जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को संजीवनी की दरकार अब भी है। गोद लिए गांवों एवं सांसद निधि पर नजर

सांसद डा. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने तीन गांवों को गोद लिया। इसमें चंदौली का जरखोर, शिवपुर विधानसभा का शीओं व अजगरा विस का रूपचंदपुर गांव शामिल है। इन गांवों में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत नाली, तालाब, सोलर लाइट, शौचालय, पुलिया, सार्वजनिक चबूतरा, इंटरला¨कग के कार्य हुए। चंदौली संसदीय क्षेत्र में 885.623 लाख रुपये के सापेक्ष 748.997 लाख रुपये अवमुक्त हुए। 573.611 लाख जनपद स्तर पर खर्च हुए है। 136.627 लाख रुपये कार्यदायी संस्था के पास 175.386 लाख शेष हैं। विडंबना है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत सांसद का गोद लिया गांव ही ओडीएफ नहीं हो पाया है। सांसद निधि से दो दर्जन सार्वजनिक स्थानों पर सोलर लाइट लगी है। स्वच्छ भारत मिशन को मजबूती प्रदान करने को जिला पंचायत राज विभाग को 7 लाख रुपये डीजल इंजन चलित कूड़ा गाड़ी प्रदान की गई है। सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कराया। गांवों में कुओं का जगत, सामुदायिक भवन, सुंडेहरा में वालीबाल कोट का निर्माण, तालाबों का निर्माण व यात्री शेड बना। दस माह में दिखेगा अरबों के कार्य का दम

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चंदौली : डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय के मीडिया प्रतिनिधि प्रमोद तिवारी विकास के सवाल पर 18 साल बनाम चार साल पर जवाब देते हैं। बोले सभी क्षेत्रों में विकास हुआ, 2019 में बोलने को हमारे पास बहुत कुछ होगा। आगामी 10 माह में विकास का दम दिखेगा। महेवा में 100 करोड़ से ट्रामा सेंटर, जिला अस्पताल परिसर में कैंसर इलाज के इंतजाम, सकलडीहा में बालिका इंटर कालेज मील का पत्थर बनेगा। बिजली को 42 करोड़ मिले, जो कुल 180 करोड़ की प्रथम किश्त है। पीएमजीवाई से 17 सड़कें व धरौली से बबुरी, जरखोर को जोड़ने वाली 54 करोड़ की लागत से सड़क बनी है। चंद्रप्रभा प्रणाली की सभी नहरों के तटबंध को पक्का किए जाएंगे। नाबार्ड को भेजे गए 540 करोड़ के प्रस्ताव का पास कराने की कवायद तेज है। वर्जन ..

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सांसद निधि से संसदीय क्षेत्र में जनहित के कई कार्य कराए गए हैं। अधिकांश कार्य पूर्ण हो गए हैं। शेष पर कार्य चल रहा है।

डा.एके श्रीवास्तव, सीडीओ


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