35 ¨क्वटल प्रति हेक्टेअर धान उत्पादन की उम्मीद
धान के कटोरे में खरीफ के चालू सीजन में कृषि विभाग को 35 ¨क्वटल/हेक्टेअर धान उत्पादन की उम्मीद है। इसके पीछे विभाग की ओर से गुणवत्तायुक्त बीज का वितरण व ¨सचाई के बेहतर संसाधनों को जिम्मेदार ठहाराया जा रहा है। हालांकि जनपद के कुछ हिस्सों में टेल तक पानी नहीं मिलने के कारण फसल को नुकसान भी पहुंचा है लेकिन कुल आच्छादन के सापेक्ष बेहतर उत्पादन का आकलन है। कृषि प्रधान जनपद में खरीफ
जागरण संवाददाता, चंदौली : धान के कटोरे में खरीफ के चालू सीजन में कृषि विभाग को 35 ¨क्वटल प्रति हेक्टेयर धान उत्पादन की उम्मीद है। इसके पीछे विभाग की ओर से गुणवत्तायुक्त बीज का वितरण व ¨सचाई के बेहतर संसाधनों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। हालांकि जनपद के कुछ हिस्सों में टेल तक पानी नहीं मिलने के कारण फसल को नुकसान भी पहुंचा है लेकिन कुल आच्छादन के सापेक्ष बेहतर उत्पादन का आकलन है।
कृषि प्रधान जनपद में खरीफ के चालू सीजन में 1 लाख 13 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई है। जुलाई माह में औसत से कम बारिश के कारण खेती पर संकट उत्पन्न हो गया था लेकिन अगस्त में पर्याप्त बारिश के कारण खेती को पंख लग गए। बांध-बंधियों में वर्षा का जल संचय होने से खेती किसानी की रफ्तार तेज हो गई। हालांकि सितम्बर में बारिश थमने के कारण अक्टूबर माह के द्वितीय पखवारे में टेल के किसानों को रेड़ा पर आई फसल को पानी का संकट उत्पन्न हो गया था। वर्तमान में लगभग 80 फीसद फसल में बालियां निकल गई हैं। दस से पंद्रह फीसद किसानों ने धान की कटाई का कार्य भी आरंभ कर दिया है। कृषि विभाग की ओर से 33 ¨क्वटल/हेक्टेयर उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन फसल को देख विभाग बेहतर उत्पादन की उम्मीद पाले हुए है। गुणवत्तायुक्त बीजों का वितरण
खरीफ के सीजन में कृषि विभाग की ओर से मालवीय 105, सवर्णा सब वन, नरेंद्र 2064 व 2065,, सांभा सब वन के साथ संकर प्रजाति के 6444 धान की प्रजाति का वितरण किया गया था। विभाग की ओर से संकर प्रजाति के 300 ¨क्वटल बीज का वितरण किया गया था। वहीं किसानों को लाइन विधि से धान की रोपाई को जागरूक किया गया था ताकि बेहतर उत्पादन हो सके। गांवों में भ्रमण के दौरान धान की फसल की स्थिति बेहतर पाई गई है। ऐसे में लक्ष्य के सापेक्ष 35 ¨क्वटल प्रति हेक्टेयर धान उत्पादन की उम्मीद है।
विजय ¨सह, कृषि उपनिदेशक