271 परिषदीय विद्यालयों का हो गया एकीकरण
शासन की मंशा को अमल में लाते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने एक ही परिसर में संचालित 271 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज कर दिया है। कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई एक साथ होगी। वरिष्ठ प्रधानाध्यापक दोनों स्कूलों की कमान संभालेंगे। एक ही रजिस्टर पर शिक्षकों हाजिरी लगेगी और एमडीएम का संचालन भी एक ही खाते से किया जाएगा। विभाग का मानना है कि इस व्यवस्था से अध्यापकों की कमी को कुछ हद तक दूर हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर(चंदौली): शासन की मंशा को अमल में लाते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने एक ही परिसर में संचालित 271 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज कर दिया है। कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई एक साथ होगी। वरिष्ठ प्रधानाध्यापक दोनों स्कूलों की कमान संभालेंगे। एक ही रजिस्टर पर शिक्षकों की हाजिरी लगेगी और एमडीएम का संचालन भी एक ही खाते से किया जाएगा। विभाग का मानना है कि इस व्यवस्था से अध्यापकों की कमी कुछ हद तक दूर होगी। शिक्षकों की नाराजगी और विरोध के बाद भी एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को एकीकृत कर दिया गया है।
जिले में 993 प्राथमिक और 477 जूनियर हाईस्कूल संचालित हो रहे हैं। 271 विद्यालयों के मर्ज होने से स्कूलों की संख्या घटेगी तो शिक्षकों की कमी भी दूर होगी। इस व्यवस्था के बाद कक्षा एक से आठवीं तक की देखरेख का जिम्मा एक प्रधानाध्यापक पर होगा। शिक्षक जरूरत पड़ने पर दूसरे स्कूल के बच्चों को पढ़ा सकेंगे। दोनों स्कूलों का बैंक खाता भी एक किया जाएगा। इससे स्कूलों की मानीटरिग आसान होगी और पढ़ाई में एकरूपता आएगी। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ प्राथमिक विद्यालयों के योग्य शिक्षकों को उच्च कक्षाओं में पढ़ाने का मौका भी मिलेगा।
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इन विकास खंडों में मर्ज हुए विद्यालय
सदर विकास खंड में 31, सकलडीहा में 26, नियामताबाद 31, चकिया 35, धानापुर 31, चहनियां 32, नौगढ़ 25, शहाबगंज 28, बरहनी 28 और नगर क्षेत्र में चार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज किया गया है।
खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र प्रदीप मिश्रा ने बताया कि नगर में चतुर्भुजपुर, न्यू महाल, पूर्वी बाजार और शाहकुटी और प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय पूर्वी बाजार एकीकृत किए गए हैं।
वर्जन..
मर्ज हुए विद्यालयों को नई व्यवस्था के तहत संचालित करने का निर्देश दे दिया गया है। रसोइयां एक साथ मिलकर भोजन बनाएंगी और वरिष्ठ प्रधानाध्यापक दोनों विद्यालयों के हेड होंगे।
भोलेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए