जिपं सदस्यों ने एएमए को किया कैद, हंगामा
डीएम की अध्यक्षता में जिला पंचायत बोर्ड बैठक में 40 करोड़ का बजट पास हुआ। बैठक के बाद सदस्यों ने कई प्रस्तावों को लेकर जमकर हंगामा किया।
बुलंदशहर: डीएम की अध्यक्षता में जिला पंचायत बोर्ड बैठक में 40 करोड़ का बजट पास हुआ। बैठक के बाद सदस्यों ने कई प्रस्तावों को लेकर जमकर हंगामा किया। सदस्यों ने एएमए को उनके कार्यालय में बंद कर दिया। जिला पंचायत में कैद एएमए ने नियम में रहकर कार्रवाई करने पर जोर दिया। वहीं दो पूर्व अध्यक्ष प्रदीप चौधरी व हरेंद्र यादव बैठक से नदारद रहे।
गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में प्रशासक डीएम अभय सिंह की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई। बैठक का संचालन करते हुए एएमए रणमत सिंह ने जिला पंचायत के समस्त कार्यो की जानकारी दी और बजट एवं व्यय के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिला पंचायत सदस्य सुनील चरोरा ने बुलंदशहर मॉल से संबंधित प्रस्ताव, विकास कार्य व अन्य प्रस्तावों को रखा। साथ ही बिजली सप्लाई शुरू कराने और निर्माण कंपनी पर हुई एफआइआर निरस्त कराने के प्रस्ताव भी पास हुए। वर्ष 2018-19 के लिए 20 करोड़ 20 लाख व आगामी वर्ष 2019-20 के लिए 40 करोड़ के बजट पर सदन ने मोहर लगाई। सदस्यों ने 12 जनवरी की बैठक की पुष्टि नहीं की, जिससे सभी प्रस्ताव निरस्त हो गए। डीएम ने कहा कि जिला पंचायत में उपलब्ध बजट की धनराशि से विकास कार्य होंगे। इस दौरान विधायक अनिल शर्मा, विधायक देवेंद्र सिंह लोधी, सीडीओ ईशा दुहन सहित जिला स्तरीय अधिकारी रहे।
बैठक के बाद कुछ सदस्य एएमए कार्यालय पहुंचे। जिपं सदस्य सुनील चरौरा, पिटू सिंह व अखिल आदि ने मिनट बुक की मांग की, लेकिन उन्होंने बुक नहीं मिलने पर हंगामा करना शुरू कर दिया। सदस्यों ने कार्यालय का गेट बंद कर दिया। उनके दोबारा सीट पर लौटने और मिनट बुक उपलब्ध कराने तक हंगामा होता रहा। बाद में सुनील चरौरा ने मिनट बुक को पढ़कर सुनाया। हंगामे के दौरान जिला पंचायत में एएमए को कैद करने व उनके साथ धक्कामुक्की करने की भी चर्चा रही।