Move to Jagran APP

कलक्ट्रेट पर युवक ने किया आत्मदाह का प्रयास

कृष्णानगर के देवीपुरा कालोनी के रहने वाले एक युवक ने सोमवार सुबह कलक्ट्रेट में मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। युवक का आरोप है कि पुलिस उसके भाई के हत्यारोपितो को बचा रही है। एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने दो और नाम पुलिस को दिए हैं। जिनकी जांच चल रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 11:16 PM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 11:16 PM (IST)
कलक्ट्रेट पर युवक ने किया आत्मदाह का प्रयास
कलक्ट्रेट पर युवक ने किया आत्मदाह का प्रयास

बुलंदशहर, जेएनएन। कृष्णानगर के देवीपुरा कालोनी के रहने वाले एक युवक ने सोमवार सुबह कलक्ट्रेट में मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। युवक का आरोप है कि पुलिस उसके भाई के हत्यारोपितो को बचा रही है। एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने दो और नाम पुलिस को दिए हैं। जिनकी जांच चल रही है।

loksabha election banner

सोमवार सुबह 11 बजे देवीपुरा निवासी गौरांग गौड़ अपनी बहन हिमांशी गौड़ और मां संतोष शर्मा समेत 20-25 लोगों के साथ कलक्ट्रेट पहुंचा। गौरांग ने पहुंचते ही पुलिस के सामने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डाल लिया और आग लगाने का प्रयास किया। इसी बीच पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों ने उसको किसी प्रकार बचाया। मौके पर एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव, नगर कोतवाली प्रभारी अरुणा राय फोर्स के साथ पहुंच गए। उन्होंने पीड़ितों से पूरी जानकारी की। गौरांग ने बताया कि 10 अक्टूबर को उसके भाई शुभम गौड़ की कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। इस मामले में नकुल, प्रमोद, नानक, जीते उर्फ जितेंद्र, अनेश शर्मा, सूबेदार शर्मा कानूनगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। प्रमोद, नानक और नकुल समेत चार को जेल भेजा जा चुका है। मुख्य आरोपित अनेश शर्मा अभी फरार है।

पुलिस चाहती तो बच जाती शुभम की जान

इस प्रकरण में नगर कोतवाली पुलिस की लापरवाही रही है। गौरांग का आरोप है कि नौ अक्टूबर को शुभम का नामजद अभियुक्तों के साथ झगड़ा हुआ था। आरोपितों ने शुभम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने नौ अक्टूबर की रात को घर पर दबिश दी लेकिन शुभम को पकड़ा नहीं। अगले दिन आरोपितों ने शुभम को घर से खींचा और सड़क पर लाने के बाद बुरी तरह से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। गौरांग का कहना है कि यदि पुलिस नौ अक्टूबर को ही शुभम को पकड़ लेती तो उसकी जान बच जाती।

इन्होंने कहा..

इस मामले में छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। चार को जेल भेज दिया। अब परिवार चाहता है कि और नाम बढ़ाएं जाए। 30 से 40 लोग अज्ञात भी मुकदमे में होने चाहिए। जो नाम परिवार देगा। यदि वह दोषी हैं तो जांच के बाद मुकदमे में बढ़ा लिए जाएंगे।

-संतोष कुमार सिंह, एसएसपी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.