आखिर कब बहुरेंगे सिकंदरपुर मार्ग के दिन
जहां एक तरफ प्रदेश सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी तरफ सिकंदरपुर मार्ग कई महीनों से अपनी बदहाली की हालत पर आंसू बहा रहा है।
संवाद सहयोगी, खुर्जा : जहां एक तरफ प्रदेश सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी तरफ सिकंदरपुर मार्ग कई महीनों से अपनी बदहाली की हालत पर आंसू बहा रहा है। शिकायतों के बाद भी सड़क निर्माण कार्य नहीं कराया गया है। क्षतिग्रस्त सड़क पर लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं।
खुर्जा से सिकंदरपुर की तरफ जाने वाले मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग रेलवे स्टेशन और ककोड़, झाझर समेत नोएडा की तरफ भी जाते हैं। ऐसे में जर्जर हालत में पहुंच चुका यह मार्ग राहगीरों के लिए सिरदर्दी बन चुका है। यहीं नहीं आए दिन मार्ग पर बाइक सवार गड्ढे और जलभराव के कारण गिरकर घायल भी हो रहे हैं। जिसके बाद भी इस मार्ग की मरम्मत कराए जाने की तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं है। यह हाल तब है जब पूर्व में महिलाओं द्वारा सड़क निर्माण की मांग को लेकर जाम तक लगाया जा चुका है। उसके बाद उन्हें केवल आश्वासन मिला, लेकिन सड़क निर्माण की तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं गया। इसके अलावा लोगों द्वारा कई बार संपूर्ण समाधान दिवस से लेकर जनसुनवाई पोर्टल तक मार्ग को निर्माण कराए जाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन उसके बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब हार-थककर लोग चुप बैठ गए हैं और उन्होंने शिकायतें करना बंद कर दिया है। क्योंकि उनकी शिकायतों के बाद भी उन्हें मार्ग के दिन बहुरते हुए नजर नहीं आ रहे हैं।
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लोगों ने बयां किया दर्द
-सिकंदराबाद से लेकर एक किलोमीटर तक मार्ग की हालत काफी जर्जर है। जिससे निकलते समय राहगीर घायल भी हो रहे हैं। जिसके बाद भी किसी का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है।
-राजेश।
मार्ग के निर्माण को लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी हैं, लेकिन उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में हालत जस के तस बने हुए हैं।
-शहबाज।
-सड़क निर्माण की मांग को लेकर पूर्व में महिलाओं ने जाम लगाया था। जिसकी जानकारी होने पर पहुंचे एसडीएम ने मार्ग का निर्माण कराए जाने की बात कहीं थी, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
-भरत सोलंकी।
-लगातार सड़क निर्माण की मांग के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिसके चलते अब लोगों ने शिकायत करना ही छोड़ दिया है। ऐसे में मार्ग की हालत और अधिक जर्जर होती जा रही है।
-मुकेश।