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आंधी से खंभे उखड़े तो हुई बत्ती गुल, फसलें उजड़ीं

रविवार की दोपहर धूल भरी तेज हवा और इसके बाद गरज चमक के साथ बारिश होने से जिले की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई। जिले में तेज हवा से कई जगह पोल टूट गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 May 2020 11:00 PM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 11:00 PM (IST)
आंधी से खंभे उखड़े तो हुई बत्ती गुल, फसलें उजड़ीं
आंधी से खंभे उखड़े तो हुई बत्ती गुल, फसलें उजड़ीं

जागरण संवाददाता,बुलंदशहर: रविवार की दोपहर धूल भरी तेज हवा और इसके बाद गरज चमक के साथ बारिश होने से जिले की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई। जिले में तेज हवा से कई जगह पोल टूट गए। इससे शहर से लेकर देहात तक कई घंटे पूरे जिले में बिजली गुल रही। बारिश थमने के बाद कर्मचारियों ने पेट्रोलिग कर फाल्ट तलाश करने शुरू किए। देर शाम तक फाल्ट टीक नहीं होने से कई इलाकों में विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई।

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दोपहर 12 बजे के बाद तेज हवा चलने के कारण ऊर्जा निगम ने एहतियात के तौर पर शहर के कई इलाकों की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी। घंटो चली तेज हवा के साथ बारिश भी शुरू हो गई। चांदपुर रोड, प्रीत विहार, आवास-विकास, टीचर्स कालोनी, साठा सहित शहर के अधिकतर मोहल्लों बत्ती गुल होने से अंधेरे में डूब गए। साठा निवासी सुनील कुमार, रमेश, राम सिंह देवीसरन, कमल ने बताया कि दोपहर को तेज हवा चलने के साथ ही विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। तेज हवा के साथ बारिश से कई घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। वहीं, शहर से लेकर देहात में कई जगह पेड़ गिरने से पोल टूट गए। मुख्य अभियंता आरपीएस तोमर ने बताया कि तेज हवा से पेड़ टूटकर गिरने से कई जगह पोल टूट गए हैं। कर्मचारियों को फाल्ट ठीक करने के लिए लगाया है। आपूर्ति जल्द सुचारू हो जाएगी।

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जिलेभर में फसलों को भारी नुकसान

संवाद सहयोगी, बुलंदशहर:

रविवार को किसानों पर मुसीबत की आंधी चली। गेहूं के साथ-साथ आम की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। फल पट्टी में 15 प्रतिशत तक आम की फसल तेज हवाओं के झोकों को सहन नहीं कर पाई और बोरोन तत्वों की कमी के चलते जमीन पर आ गिरी। सैकड़ों पोल आंधी से टेढ़े हो गए, लाइन में फाल्ट के चलते ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र में बिजली आपूर्ति व्यवस्था ठप हो गई।

रविवार की दोपहर अचानक मौसम ने पलटी मारी और 25 मिनट तक तेज हवाओं के झोकों ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। तेज हवाओं से चली हवाओं ने वाहनों के पहिए थाम दिए और अंधेरा छा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में पोल टेढ़े हो गए बिजली की लाइन जमीन छूने लगे। हवा इतनी तेज थी कि गुठली पड़ रहे आम जमीन पर आ गिरे। उद्यान अधिकारियों की मानें तो फल पट्टी स्याना, खुर्जा और ऊंचागांव में आम की फसल में 15 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है।

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कच्चे आम की बिक्री पर लॉकडाउन का ग्रहण

लॉकडाउन के चलते कच्चे आम के ग्राहक किसानों को नहीं मिल रहे हैं। वर्तमान में आम में गुठली पड़नी शुरू हो चुकी है लेकिन गुठली में अभी जाल बनने की प्रक्रिया जारी है। ऐसे में इस आम का अचार भी नहीं बन पाएगा। टूटे आम को मंडी तक पहुंचाने में किसान का खर्च अधिक होगा और लाभ कम और मंडी में भी ग्राहकों का टोटा है। ऐसे में किसान परेशान हैं कि टूटे आम का आखिर क्या करें।

खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल तेज हवाओं में तितर-भितर हो गई। खुले गेहूं पड़ोसी के खेतों तक पहुंच गई। उधर, जिन किसानों ने गेहूं की थ्रेसिग करा ली और भूसा अभी घर नहीं लाया गया वह तेज आंधी में उड़ गया।

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इन्होंने कहा..

आम की फसल का आकलन किया जा रहा है। 15 प्रतिशत से अधिक किसानों को आम की फसल में नुकसान हुआ है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

-धीरेंद्र सिंह, जिला उद्यान अधिकारी।

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पहले आंधी फिर बारिश

संवाद सहयोगी, खुर्जा: रविवार दोपहर अचानक मौसम बदल गया। देखते ही देखते अचानक आसमान में काले बादल छा गए और धूल भरी भयंकर आंधी चलने लगी। कुछ ही देर में बादल गरजने लगे और तेज बारिश ने पूरे शहर को भिगो दिया और कई गलियों में जलभराव हो गया।

आंधी से रोडवेज रजवाहा मार्ग पर पेड़ टूटकर गिर गया। इस कारण मार्ग बाधित हो गया। इसके अलावा दूसरी तरफ कई जगह विद्युत लाइनों में फाल्ट आ गया। कई कालोनियों में जलभराव से समस्या हो गई।

आम व लीची की फसल को भारी नुकसान

संवाद सूत्र, स्याना: विवार को अचानक आई आंधी और बारिश ने आम व लीची की फसल को भारी नुकसान पहंचाया है। आम की बागवानी करने वाले प्रदीप त्यागी ने बताया कि कई वर्षो में इस बार आम की अच्छी फल आई थी। इससे किसानों को पिछले कई साल के नुकसान की भरपाई होने की आस लगी थी। लेकिन अचानक आई आंधी-तूफान व बारिश से आम के पेड़ों से काफी कच्चे आम गिर गए। इससे आम की फसल को भारी क्षति पहुंची है। आंधी ने लीची की फसल कीे भारी नुकसान हुआ है। इससे किसान अब सरकार की ओर मदद के लिए टकटकी लगाए बैठा है।

आंधी से बत्ती गुल

संवाद सहयोगी, सिकंदराबाद: बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। करीब बीस मिनट धूल भरी आंधी से आसमान पूरी तरह धुंधला हो गया। पेड़ों की शाखाएं, होर्डिग और दुकानों के टीन शेड सड़कों पर आ गिरे। गनीमत रही कि सड़कों पर लोग व वाहन नहीं थे। उधर, नगर समेत देहात के 160 गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। सनौटा, मुरादाबाद, चंदेरू, तहसील, खुर्जा रोड, निजामपुर, औद्योगिक क्षेत्र समेत ककोड़ के बिजली उपकेन्द्रों से कई स्थानों पर बिजली पोल टूट गए तो कहीं लाइने पेड़ की शाखाएं गिरने से टूट गई। जिससे शाम तक बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं हो सकी। एसडीओ नितिन वर्मा ने बताया कि जगह-जगह फाल्ट व लाइनें व खंभे टूटने की सूचना मिली है। कर्मी लाइनों के फाल्ट तलाशने में जुटे हैं।


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