मतदान केंद्रों पर पहुंचीं पोलिग पार्टियां, मतदान आज
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुलंदशहर सीट पर गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान होगा। इसके लिए बुधवार की शाम तक लोकसभा क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों और मतदेय स्थलों पर पोलिग पार्टियों ने पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया।
बुलंदशहर: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुलंदशहर सीट पर गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान होगा। बुधवार शाम तक लोकसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों और मतदेय स्थलों पर पोलिंग पार्टियों ने पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। पोलिग पार्टियों की रवानगी, ड्यूटी कटवाने और लगवाने को लेकर नई मंडी स्थल में दिनभर कर्मचारियों का रैला जमा रहा।
गुरुवार सुबह से ही पुलिस-फोर्स और मतदान कर्मी नई मंडी स्थल पर जुट गए। लोकसभा क्षेत्र के 1053 मतदान केंद्रों और 2092 मतदेय स्थलों के लिए सुबह दस बजे से पोलिग पार्टियां यहां से रवाना होनी शुरू हुई। सुबह से ही नई मंडी स्थल पर व्यवस्था बनाने के लिए अधिकारी लाउड स्पीकर पर निर्देश देते रहे। इसके अलावा ड्यूटी कटवाने और लगाने के साथ ही अपने बूथ की गाड़ी पता करने के लिए कर्मचारियों में आपाधापी मची रही। सेक्टर मजिस्ट्रेट भी नई मंडी स्थल पर भागदौड़ करते दिखाई दिए। अधिकांश महिला कर्मी अपने पति और परिजनों के साथ पहुंची। सीडीओ ईशा दुहन खुद कर्मचारियों को ड्यूटी देने और रवाना करने में जुटी रही। दोपहर तीन बजे तक सभी पोलिग पार्टियों को मतदान का तमाम साजो सामान देकर दिशा-निर्देशों के साथ रवाना कर दिया गया। 2092 मतदेय स्थलों पर 8368 कर्मियों की ड्यूटी
2092 मतदेय स्थलों पर चुनाव कराने के लिए 8368 मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। 17 लाख 76 हजार 567 मतदाताओं के लिए सभी मतदान केंद्रों और मतदेय स्थलों पर 2764 वीवीपैट व ईवीएम लगाई हैं।
शराब पीकर पहुंचे कई चालक
पोलिग पार्टियों को मतदेय स्थल तक ले जाने के लिए सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों की व्यवस्था की गई है। जब ड्यूटी लगनी शुरू हुई तो गाड़ियों को मतदेय स्थल के अनुसार बुलाया गया। कई गाड़ियों के चालक शराब के नशे में मिलने पर मतदानकर्मियों ने अधिकारियों से शिकायत की। इसके बाद चालकों को बदल कर वाहनों से मतदान कर्मियों को रवाना किया गया।
रिजर्व कर्मचारी रहे परेशान
ड्यूटी के दौरान मतदानकर्मी को अपनी-अपनी पोलिग पार्टियों के साथ रवाना होते रहे, लेकिन रिजर्व मतदानकर्मी ड्यूटी लगवाने और कटवाने के लिए ही परेशान रहे। कई कर्मियों ने बताया कि उन्होंने अपनी ड्यूटी लगवाने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्हें रिजर्व में रखा गया है। जबकि वह मतदान में सक्रिय भागीदारी निभाना चाहते हैं।