रास्तों में जलभराव और कीचड़ के विरोध में ग्रामीणों का हंगामा
क्षेत्र के गांव जनौरा के रास्तों में जलभराव को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और ग्राम प्रधान पर गांव में विकास कार्य नहीं कराने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान ने दो माह पहले खड़ंजा को उखड़वा दिया था। इसे अभी तक नहीं लगवाया गया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। क्षेत्र के गांव जनौरा के रास्तों में जलभराव को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और ग्राम प्रधान पर गांव में विकास कार्य नहीं कराने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान ने दो माह पहले खड़ंजा को उखड़वा दिया था। इसे अभी तक नहीं लगवाया गया है। खड़ंजा के उखड़ने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लखावटी ब्लाक के गांव जनौरा में मंगलवार को रास्तों में जलभराव के विरोध में हंगामा करते ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान की तानाशाही के चलते गांव में कोई विकास कार्य नहीं कराया गया है। गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने के लिए जलभराव के रास्ते से गुजरना पड़ता है। ग्राम प्रधान ने गत दो माह पहले खड़ंजा को उखड़वा दिया था। इसे अभी तक उस खड़ंजे को नहीं लगवाया गया है। गांव में निर्माणाधीन शौचालय भी अभी अधूरे पड़े हैं। ग्राम प्रधान के तानाशाही रवैये के चलते गांव विकास कार्यो से वंचित है। इसमें ग्राम प्रधान महेंद्र सिंह से फोन पर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने जो भी आरोप लगाए हैं। सभी निराधार हैं।हंगामे में ओमप्रकाश भगत, सचिन कुमार, थान सिंह, देवकरन सिंह, ललित कुमार, भगवत सिंह, गोपाल सिंह, सतेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह मौजूद रहे।