हीरापुर के ग्रामीणों ने किया चुनाव के बहिष्कार का एलान
शहर से सटे हीरापुर गांव के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का एलान कर दिया है।
बुलंदशहर: जनप्रतिनिधि विकास को लेकर चाहे जो दावे करते हों, लेकिन शहर से सटे हीरापुर गांव के ग्रामीण विकास कार्यों को सिरे से नकार रहे हैं। ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का एलान कर दिया है। इतना ही नहीं चुनाव बहिष्कार के कटआउट गांव में जगह-जगह लगा दिए गए हैं। गांव की बदहाली को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले चालीस साल से ये गांव बदहाली का दंश झेल रहा है। नालियां सिल्ट से बजबजा रही हैं तो गांव में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गांव में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है। इसलिए पानी रास्तों पर ही भर जाता है। सौभाग्य योजना पर सरकार ने भले ही अरबों रुपये खर्च कर दिए हों, लेकिन यहां बिजली के खंभे भूमि की सतह पर गल चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में तमाम नेता गांव में आए और बड़े-बड़े दावे किए, लेकिन चुनाव जीतने के बाद सब भूल गए। सांसद के भी धीरे-धीरे पांच साल पूरे होने वाले हैं और विधायक के दो साल लेकिन गांव में काम कराने के लिए कोई नहीं पहुंचा। जब नर्क ही झेलना है तो फिर चुनाव में वोट क्यों दें? इसलिए बहिष्कार कर रहे हैं। गांव वालों ने सम्पूर्ण वोट बहिष्कार के कटआउट गांव में जगह-जगह लगाए हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष हिमांशु मित्तल का कहना है गांव वालों की नाराजगी जानकारी में नहीं है। हम वहां जाकर देखेंगे। यदि काम नहीं हुआ है तो सांसद और विधायक निधि से काम कराया जाएगा। हीरापुर के लोग हमारे सम्मानित वोटर हैं। उनके सम्मान का पूरा ध्यान रखा जाएगा।