गोवंशों को लेकर दो गांवों के ग्रामीण आमने-सामने
औद्योगिक क्षेत्र स्थित किशनपुर गांव में निराश्रित गोवंशों को प्रशासन की मदद से दूसरे गांव की गोशाला में भिजवाने को लेकर विवाद हो गया।
सिकंदराबाद: औद्योगिक क्षेत्र स्थित किशनपुर गांव में निराश्रित गोवंशों को प्रशासन की मदद से दूसरे गांव की गोशाला में भिजवाने को लेकर विवाद हो गया। दोनों गांवों के ग्रामीण आमने-सामने आए। पुलिस ने मौक पर पहुंचकर किसी तरह विवाद को शांत कराया।
गांव किशनपुर में जंगलों में गोवंशों द्वारा फसलों को नुकसान को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन द्वारा सुध न लेने पर खुद कमान संभाली थी। शुक्रवार देर सायं खेतों से 35 से अधिक गोवंशों को ग्रामीणों ने पकड़ने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी थी। ब्लाक कर्मियों ने उक्त गोवंशों को औद्योगिक क्षेत्र स्थित संतोष राइज मिल के खाली परिसर में बनी अस्थाई गोशाला भिजवाने का प्रबंध किया था। जन सहयोग से संचालित इस गोशाला में गोवंशों के भरण पोषण में आ रही दिक्कतों का हवाला देकर किशनपुर में पकड़े गए गोवंशों को रखने से ग्रामीणों ने इंकार कर दिया था। इस पर किशनपुर के ग्रामीणों ने उक्त गोवंशों को गांव के प्राथमिक स्कूल में कैद कर दिया था। बाद में एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ व तहसील कर्मियों ने उक्त गोवंशों को भराना में बनी अस्थाई गोशाला भिजवा दिया था। बताया जाता है कि भराना के ग्रामीणों ने विरोध करते हुए चालकों से मारपीट कर गोवंशों से लदी दोनों गाड़ियों को लौटा दिया था। देर सायं स्थिति उस समय तनाव पूर्ण हो गई थी, जब उक्त गोवंशों का छुट्टा छोड़ने की सूचना पर भराना गांव से भारी संख्या में लोग गांव किशनपुर गांव पहुंचे गए थे। दोनों गांव के ग्रामीण आमने सामने आने पर मचे हड़कंप पर पुलिस बल व तहसीलदार ने मौके पर पहुंच किसी तरह स्थिति को संभाला। तहसीलदार अमित कुमार ने किशनपुर के ग्रामीणों को पकड़े गए गोवंशों की व्यवस्था न होने तक गांव में रखने का निर्देश दिया।
इन्होंने कहा..
किशनपुर में कुछ ग्रामीणों को देखरेख के लिए निराश्रित गोवंश दिए गए है, जबकि शेष के लिए अस्थाई गोशाला बनाकर रखा गया है। भराना में बन रही गोशाला का निर्माण पूरा होते ही उक्त गोवंशों को वहीं शिफ्ट किया जाएगा।
डा. वेदप्रकाश मिश्रा, एसडीएम सिकंदराबाद