युवक को जेल भेजने पर एसएसपी आफिस पर हंगामा
सलेमपुर थानाक्षेत्र के गांव मांगलौर के ग्रामीणों ने शनिवार को एसएसपी आफिस पर खूब हंगामा काटा। ग्रामीणों का आरोप है कि देहात कोतवाली पुलिस ने उनके गांव के एक युवक को झूठा जेल भेज दिया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। सलेमपुर थानाक्षेत्र के गांव मांगलौर के ग्रामीणों ने शनिवार को एसएसपी आफिस पर खूब हंगामा काटा। ग्रामीणों का आरोप है कि देहात कोतवाली पुलिस ने उनके गांव के एक युवक को झूठा जेल भेज दिया है। युवक को उनके गांव के ही एक प्रभावशाली व्यक्ति के कहने पर जेल भेजा गया है। यह प्रभावशाली व्यक्ति जिला पंचायत का चुनाव लड़ने वाला है। युवक जहां पर नौकरी करता है। उसका मालिक भी जिला पंचायत का चुनाव लड़ने वाला है। आरोप है कि इसी रंजिश में युवक को जेल भेजा गया है।
गांव मांगलौर निवासी किरनवीर सिंह ने बताया कि उनके गांव का ही श्रीचंद पुत्र बाबू सिंह उनकी गाड़ी चलाता है। 13 फरवरी की शाम को अचानक गांव का एक दिव्यांग युवक बीमार हो गया। जिसे श्रीचंद लेकर बुलंदशहर एक निजी डॉक्टर के यहां बोलेरो कार से आया। चालक को बूरा बाजार में कुछ काम था। जब वह अपना काम करने के लिए बूरा बाजार में गया तो उसी समय देहात कोतवाली के एक सिपाही ने श्रीचंद को पकड़ लिया और कहा कि वह नशे का कारोबार करता है। इसके बाद श्रीचंद पर नशे की गोलियां और अन्य नशे का सामान लगाकर मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया गया।
शनिवार को एसएसपी आफिस पर पहुंचे और ग्रामीणों ने सीओ सिटी राघवेंद्र मिश्र के सामने हंगामा खड़ा कर दिया। इसके बाद देहात इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार त्रिपाठी को बुलाया गया। ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर को भी खूब खरी-खरी सुनाई। इंस्पेक्टर का कहना है कि युवक की जेब में नशीला पदार्थ मिला था। युवक पहले भी लूट के मामले में जेल जा चुका है। नशीला पदार्थ रखने के आरोप में ही उसे जेल भेजा गया है। हालांकि सीओ सिटी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह जांच के बाद युवक की मदद करेंगे।