वेतन न मिलने से भड़के सफाई कर्मियों ने किया हंगामा
साढ़े छह माह से सफाई कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलने से गुस्साए कर्मचारियों ने शिकारपुर पालिकाध्यक्ष फूलवती राना एवं अधिशासी अधिकारी राजीव कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नगर के मुख्य बाजारों में एक जुलूस निकाला।
बुलंदशहर, जेएनएन। साढ़े छह माह से सफाई कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलने से गुस्साए कर्मचारियों ने शिकारपुर पालिकाध्यक्ष फूलवती राना एवं अधिशासी अधिकारी राजीव कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नगर के मुख्य बाजारों में एक जुलूस निकाला। सफाईकर्मियों ने अल्टीमेटम दिया है कि दो दिन में उनके वेतन का भुगतान नहीं हुआ तो सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी।
सफाई कर्मियों का कहना है कि नगर की सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए 1 जुलाई 2019 को ठेकेदार को टेंडर छोड़ा गया। ठेकेदार ने पूर्व में काम करते हुए कर्मचारियों को काम पर रखने की बजाय अपने कर्मचारी काम पर लगा दिए। जिन्हें शासन द्वारा घोषित वेतन न देकर कम वेतन पर काम लिया जा सके। इसका सफाई कर्मचारियों ने विरोध किया। जिस पर 12 जुलाई 2019 को पालिका अधिकारियों ने सफाई यूनियन नेताओं को वायदा किया कि पुराने कर्मचारी नहीं हटाए जाएंगे। इसी आधार पर सभी कर्मचारी लगातार काम करते रहे। लेकिन उन्हें वेतन नहीं दिया गया। इसी के चलते 30 दिसंबर 2019 को सफाई कर्मचारी यूनियन नेताओं एवं पालिका प्रशासन के बीच समझौता हुआ। जिसमें सफाई लिपिक धीरज शर्मा ने आश्वासन दिया कि दो दिन में सभी कर्मचारियों का वेतन के खातों में भेज दिया जाएगा।सफाईकर्मियों का आरोप है कि उस समझौते को भी पालिकाध्यक्ष फूलवती राना ने नहीं माना। इस मौके पर पूर्व विधायक महेंद्र कुमार वाल्मीकि, सीटू जिला महासचिव सुरेंद्र सिंह, सफाई कर्मचारी यूनियन जिला सचिव सुरेश चंद, बबलू कुमार, संजय करोतिया, पंकज कुमार, प्रमोद कुमार, संजय, रमेश चंद, सोनू आदि शामिल रहे।