बुलंदशहर में सिपाही की संदिग्ध हालत में गोली लगने से मौत, वरिष्ठ अफसर कर रहे जांच पड़ताल Bulandshahr News
बुलंदशहर में सोमवार को संदिग्ध हालत में गोली लगने से एक सिपाही की मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।
बुलंदशहर,जेएनएन। नगर कोतवाली में तैनात एक सिपाही की सोमवार को संदिग्ध हालत में गोली लगने से मौत हो गई। सिपाही एक सरकारी आवास में नगर कोतवाली से मात्र 500 मीटर दूर रह रहे थे। सिपाही के साथ उसका फुफेरा भाई भी पिछले कई दिनों से रह रहा था। घटना के समय फुफेरा भाई भी सिपाही के पास ही मौजूद था। पुलिस ने फिलहाल शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।
सर्विलांस का काम देख रहे थे शेर सिंह
जनपद बागपत के खेकड़ा कस्बे के पट्टी रामपुर निवासी शेर सिंह धामा वर्ष 2011 में पुलिस में भर्ती हुए थे। 3 अगस्त 2019 को उनकी पोस्टिंग कानपुर नगर से बुलंदशहर हुई थी। बुलंदशहर पुलिस लाइन से उन्हें खुर्जा थाने में भेजा गया था। 19 सितंबर 2019 को खुर्जा से उनकी पोस्टिंग नगर कोतवाली में हुई। फिलहाल नगर कोतवाली में वह सर्विलांस का काम देख रहे थे। शेर सिंह धामा नगर कोतवाली से कुछ ही दूरी पर स्थित एक सरकारी आवास में रह रहे थे।
वरिष्ठ अफसरों ने मौके पर पहुंचकर की जांच पड़ताल
सोमवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि शेर सिंह धामा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। मौके पर एसएसपी संतोष कुमार सिंह, एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव, सीओ सिटी आदि अफसर पहुंचे और जांच पड़ताल की। जांच में सामने आया कि 23 अक्टूबर से मृतक सिपाही का फुफेरा भाई विपुल उर्फ दीपू पुत्र सुबोध निवासी खेकड़ा भी उनके साथ रह रहा था। पुलिस अभी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। सिपाही की एक बेटी और एक बेटा है। मृतक सिपाही के पिता रामफल को सूचना दे दी गई है, जो अभी बुलंदशहर नहीं पहुंचे हैं। फॉरेंसिक टीम ने मौके से फिंगर प्रिंट के निशान ले लिए हैं अन्य जांच भी की।