गुप्ता परिवार के लिए 'देवदूत' बने दारोगा उम्मेद अली, मकान में लगी आग तो जान पर खेलकर बचाई बुजुर्ग दंपती की जान
आग की चपेट में घर का पूरा सामान आ गया। बुजुर्ग दंपती धुएं के कारण बेहोश हो गए। जब पुलिस को फोन किया गया तो दारोगा उम्मेद अली ने बिना देर किए बुजुर्ग दंपती को पीठ पर लिया और घर के बाहर ले आए।
बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कायस्थवाडा स्थित एक मकान में अचानक आग लग गई। कमरे में सो रहे बुजुर्ग दंपती धुएं के चलते बेहोश हो गए। जिन्हें पुलिस ने जान पर खेलकर दूसरी मंजिल से सकुशल बाहर निकाला। मौके पर पहुंची दमकल टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
तीन बजे शार्ट सर्किट से लगी आग
कायस्थवाडा के मोहल्ला झारखंडी निवासी (42) विपुल कुमार और उनके वृद्ध पिता (72) विनोद कुमार तथा मां (68) मुन्नी देवी रोजाना की तरह घर में सो रहे थे। रविवार की सुबह करीब तीन बजे शार्ट सर्किट के चलते मकान में आग लग गई। आग की चपेट में आने से कार, बाइक और स्कूटी और घर का सामान जल गया। जबकि बुजुर्ग विनोद कुमार और पत्नी मुन्नी देवी धुआं भरने से मकान की दूसरी मंजिल पर स्थित कमरे में बेहोश हो गए।
बेटे विपुल ने माता पिता के फंसे होने की बात कही
सूचना पर पहुंची पुलिस को बेटे विपुल ने माता पिता के फंसे होने की बात कही। पुलिस ने जान पर खेलकर वृद्ध दंपत्ती को कमरे से बाहर निकाला। सूचना पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने घंटों मशक्कत कर आग पर काबू पाया।
गुप्ता दंपती को पीठ पर लादकर लाए अली
कायस्थवाड़ा चौकी इंचार्ज उम्मेद अली आग की सूचना पर सबसे पहले पहुंचे। विपुल ने बुजुर्ग माता पिता को बचाने की गुहार लगाई तो जान पर खेलकर दारोगा उम्मेद अली आग से बचते हुए दूसरी मंजिल पर पहुंचे और एक एक कर बुजुर्ग दंपती को पीठ पर लादकर सकुशल नीचे लाए।
एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि एक व्यापारी के मकान में आग लगने की सूचना मिली थी, पुलिस ने हालात पर काबू पाया और स्वजन को सकुशल बाहर निकाला। हालांकि आग से पीड़ित को लाखों की क्षति पहुंची है। दमकल विभाग ने आग पर काबू पा लिया है।