एसटीएफ की मदद से दो और बलवाई गिरफ्तार
गोवंशों के अवशेषों को लेकर स्याना में हुए खूनी बवाल के आरोपितों को पकड़ने के लिए एसआइटी व पुलिस ने एसटीएफ की मदद भी लेनी शुरू कर दी है।
स्याना: गोवंशों के अवशेषों को लेकर स्याना में हुए खूनी बवाल के आरोपितों को पकड़ने के लिए एसआइटी व पुलिस ने एसटीएफ की मदद भी लेनी शुरू कर दी है। मंगलवार को एसआइटी ने एसटीएफ की मदद से दो और बलवाइयों को दबोच लिया, लेकिन पुलिस व एसआइटी अभी तक बवाल को मुख्य आरोपित बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को नहीं पकड़ पाई है। न ही कोतवाल को गोली मारने वाले की शिनाख्त कर पाई है। इस सब के बीच घटना के दो सप्ताह बाद स्याना कोतवाली के तीन गांवों में आज भी सन्नाटा पसरा हुआ है।
गत तीन दिसंबर को स्याना कोतवाली के महाव गांव में गोवंशों के अवशेष मिलने पर ¨चगरावठी पुलिस चौकी के पास हुए खूनी बवाल में स्यान कोतवाल सुबोध कुमार ¨सह शहीद हो गए थे, जबकि गोली लगने से ¨चगरावठी गांव निवासी सुमित की भी मौत हो गई थी। पुलिस ने बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज समेत 27 आरोपितों को नामजद करते हुए 60 अज्ञात बलवाइयों पर मुकदमा दर्ज किया था। अज्ञात बलवाइयों की शिनाख्त के लिए पुलिस लगातार लोगों से मिली खूनी बवाल की वीडियो को खंगाल रहे है, लेकिन बवाल के 15 दिन बाद भी योगेश राज की गिरफ्तारी न होने पर अब एसआइटी व पुलिस के साथ एसटीएफ भी लग गई है। एसटीएफ के मदद से पुलिस ने मंगलवार शाम कोतवाली क्षेत्र के गढ़ीया बादशाहपुर के निकट से बलवे को दो आरोपित ¨चगरावठी गांव निवासी जोनी पुत्र सुशील व हरवानपुर गांव निवासी सचिन उर्फ कोबरा पुत्र अजय को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपितों की पहचान वीडियो देखने पर हुई थी। इस बवाल में पुलिस व एसआईटी अब तक 18 बलवाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें से कुछ नामजद व कुछ वीडियो देखने के बाद प्रकाश में आए थे। हालांकि पुलिस अधिकारी योगेश राज को पड़ने का दावा वारदात वाले दिन से लगातार कर रहे है, लेकिन योगेश राज पुलिस की गिरफ्त से दूर है। बताया गया है कि योगेश राज को पकड़ने के लिए अब एसआइटी ने एसटीएफ से मदद मांगी है।