हर दिन का जाम लोगों के लिए बनी मुसीबत, प्रशासन बेखबर
बेशक पुलिस प्रशासन यातायात सुविधा को बेहतर बनाने के लिए भरसक प्रयास कर राह हो लेकिन उसका यह प्रयास सफल नहीं हो रहा है।
सिकंदराबाद: बेशक पुलिस प्रशासन यातायात सुविधा को बेहतर बनाने के लिए भरसक प्रयास कर राह हो लेकिन उसका यह प्रयास सफल नहीं हो रहा है। हालात यह हैं कि हर रोज घंटों तक लोग जाम में फंसे रहते हैं। दोपहर में स्कूलों की छुट्टी के समय तो जाम की हालत बहुत ही खराब रहती है।
नगर में दर्जनों स्कूल हैं। स्कूल आने जाने के लिए संचालकों द्वारा छात्रों के लिए परिवहन की सुविधा प्रदान की गई है। जिसमें बसों से लेकर मैजिक, ई-रिक्शा की तादात अधिक है। हालत यह है कि स्कूली वाहन सड़कों से छात्र-छात्राओं को बैठाते और उतारते हैं। सुबह कम ट्रैफिक से वाहन संचालन अधिक प्रभावित नहीं होता, लेकिन दोपहर छुट्टी के बाद एक साथ विभिन्न स्कूलों के कई-कई वाहन नगर हाईवे पर गुजरने से जाम की समस्या उत्पन्न होती है।
वाहन बच्चों को एक स्थान नहीं बल्कि हर गली व मोहल्ले के मोड़ पर उतारते हैं। जिससे कुत्ते से कब्र से लेकर निरीक्षण भवन, दनकौर, गुलावठी जेवर तिराहे पर वाहन फंस जाते हैं। यह समस्या दोपहर एक बजे से तीन बजे तक स्कूल दिवस में हर रोज बनती है। इसके पीछे न तो स्कूली वाहनों को कोई रूट है और न ही बच्चों को उतारने व बैठाने के लिए तय स्टापेज। इस समस्या से निजात पाने के लिए प्रशासन द्वारा इस अवधि में बड़े वाहनों की नगर हाईवे पर नो एंट्री की योजना तैयार की थी, लेकिन योजना केवल कागजों में कैद हो गई रह गई। जिस कारण नगर हाईवे पर दोपहर दो घंटे का भीषण जाम लोगों का सिरदर्द बनता जा रहा है।