खाकी की लापरवाही से भटक रहीं तीन तलाक पीड़िताएं
तीन तलाक कानून को आज एक साल पूरा हो रहा है। एक अगस्त 2019 को इस कानून को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी थी। जिसकी अधिकतर प्रशंसा हुई थी लेकिन विपक्षी पार्टियों के अलावा अन्य कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया था। जिले में इस अवधि में 112 मुकदमे अलग अलग थानों में तीन तलाक के दर्ज हुए। 40 फीसद मुकदमे अभी भी ऐसे हैं जिनकी विवेचना चल रही है और कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिन मुकदमों में गिरफ्तारी हुई है। उनमें केवल पति को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
बुलंदशहर, जेएनएन। तीन तलाक कानून को आज एक साल पूरा हो रहा है। एक अगस्त 2019 को इस कानून को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी थी। जिसकी अधिकतर प्रशंसा हुई थी, लेकिन विपक्षी पार्टियों के अलावा अन्य कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया था। जिले में इस अवधि में 112 मुकदमे अलग अलग थानों में तीन तलाक के दर्ज हुए। 40 फीसद मुकदमे अभी भी ऐसे हैं, जिनकी विवेचना चल रही है और कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिन मुकदमों में गिरफ्तारी हुई है। उनमें केवल पति को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। जिले में अभी भी कई महिलाएं ऐसी है जो पुलिस की लापरवाही के कारण अभी भी इंसाफ को भटक रही है और थानों के चक्कर लगा रही है।
ये है तीन तलाक के मुकदमों की स्थिति
112 - मुकदमे एक अगस्त 2019 से एक अगस्त 2020 तक दर्ज हुए।
546 - लोग इन मुकदमों में नामजद किए गए।
78 - लोगों की ही केवल गिरफ्तारी हो पाई। अधिकतर पति की।
55 - मुकदमों में चार्जशीट अदालत में जा चुकी है।
57 - मुकदमों की अभी फिलहाल विवेचना चल रही है।
48 - मुकदमों में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
नोट : तीन तलाक के किसी भी मुकदमे में फैसला नहीं हुआ है। ये भटक रही महिलाएं
केस एक
पहासू थानाक्षेत्र के गांव नंगला सारंगपुर निवासी आयशाबानो का निकाह करीब 10 साल पहले छर्रा अलीगढ़ निवासी अंसार अहमद के साथ हुआ था। आयशोबानो के परिजनों ने पहले तो ऐसे ही फैसले की कोशिश की, लेकिन इसके बाद आयशाबानो को उसके पति ने तीन बार तलाक बोलकर घर से निकाल दिया। आयशाबानो ने करीब नौ माह पूर्व तीन तलाक का मुकदमा दर्ज कराया। पहासू थाना पुलिस की लापरवाही देखिए कि अब तक एक भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की है। पहासू थाना प्रभारी अखिलेश गौड़ का कहना है कि अभी विवेचना चल रही है। केस दो
पहासू थानाक्षेत्र के मोहल्ला छपेटी निवासी उजमा अभी भी पति से तीन तलाक का केस लड़ रही है। उजमा ने बताया कि उसकी शादी मेरठ की हापुड़ चुंगी निवासी शानू के साथ हुई थी। सात माह पूर्व शानू ने उसे इसलिए तीन बार तलाक बोलकर घर से निकाल दिया था, क्योंकि शानू की मनपसंद दहेज नहीं मिला था। पहासू पुलिस ने मुकदमा दर्ज करा लिया, लेकिन अदालत में अभी तक न तो चार्जशीट गई है और न ही किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। तीन तलाक के वहीं मुकदमा पेडिग है। जो हाल फिलहाल में दर्ज हुए है। अधिकतर में गिरफ्तारी हो चुकी है। जिनमें नहीं हुई है। उनमे जल्द ही जाएगी।
संतोष कुमार सिंह, एसएसपी