महामारी काल में इलाज करते रहे और संक्रमण से बचे रहें
कोरोना कितना भी खतरनाक वायरस क्यों न हो हमारी एहतियात और हिम्मत से बड़ा नहीं हो सकता।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना कितना भी खतरनाक वायरस क्यों न हो, हमारी एहतियात और हिम्मत से बड़ा नहीं हो सकता। मरीजों के बीच रहते हुए पिछले छह माह से जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. एमपी सिंह ड्यूटी कर रहे हैं। पहले जिला अस्पताल में ड्यूटी की और अब एल-2 श्रेणी के कोविड हास्पिटल में ड्यूटी दे रहे हैं एहतियात के चलते अभी तक संक्रमण से बचे हैं।
डा. एमपी सिंह ने बताया कि थोड़ी सी सतर्कता से कोरोना को हराया जा सकता है। लोग शारीरिक दूरी का पालन करें। गर्म पानी पीएं और हरी सब्जी युक्त अच्छा खाना खाएं। साथ ही दिन में एक बार काढ़ा जरूर लें। अभी कोरोना की कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में बचाव ही इलाज है। जब तक हम किसी संक्रमित के संपर्क में नहीं आएंगे, हमें कोरोना नहीं होगा। जैसे ही लगे की चार-छह लोग खड़े हैं वहां से कम से कम छह फिट की दूरी बना लें। संकल्प लें कि बिना मास्क के घर के बाहर नहीं निकलेंगे। यदि कोई व्यक्ति अपने घर आ रहा है तो एक तरफ बैठाएं। छोटे बच्चे, बुजुर्ग, बीमार और गर्भवती महिलाओं को वहां से दूर रखें। संक्रमण घर के अंदर तभी आएगा। जब हम लेकर आएंगे। ये केवल एहतियात का ही असर कि डाक्टर संक्रमण के बीच रहते हुए भी अपने को बचाए हुए हैं और इलाज कर रहे हैं। अनावश्यक घर के बाहर कतई ना निकलें। व्यायाम और टहलने की आदत भी डालें।